देव उठनी एकादशी पर श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया तुलसी विवाह

देव उठनी एकादशी पर श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया तुलसी विवाह

By RAJKISHOR K | November 1, 2025 6:42 PM

कटिहार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को श्रद्धा भक्ति व उत्साह के साथ देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया. लोगों ने भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना कर तुलसी विवाह की परंपरा को भी निभाया. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागकर पुनः सृष्टि संचालन शुरू करते हैं. इसी कारण इसे देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है. महिलाओं ने विशेष श्रद्धा के साथ तुलसी विवाह का आयोजन किया. कहीं समूह बनाकर तो कहीं घरों के आंगन में तुलसी के पौधे को दुल्हन की तरह सजाया गया. रंग-बिरंगी साड़ियों, फूलों की माला, दीपक व सुंदर मंडप से सजे तुलसी चौरा का दृश्य देखते ही बनता था. महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए विधिवत शालिग्राम भगवान विष्णु के साथ तुलसी माता का विवाह संपन्न कराया. पूजा के दौरान भगवान विष्णु और तुलसी माता की आरती उतारी गयी. प्रसाद वितरण किया गया. धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन तुलसी विवाह करने से वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि आती है. परिवार में सौभाग्य का आगमन होता है. इस दिन को देवउठनी एकादशी के रूप में भी जाना जाता है. चार माह के चातुर्मास की समाप्ति का प्रतीक है., श्रद्धालुओं ने पूरे विधि-विधान से पूजा कर महिलाओं ने व्रत रखकर भगवान विष्णु से परिवार की मंगलकामना की. तुलसी विवाह के साथ ही मांगलिक कार्यों की पुनः शुरुआत का शुभ समय भी प्रारंभ हो गया.

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