प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर के बन रहे हैं आसार
प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर के बन रहे हैं आसार
ग्राउंड रिपोर्ट-कदवा विधानसभा चुनाव: कोर वोटरों की सेंधमारी करेगा जीत हार का फैसला कटिहार बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां काफी तेज हो चुकी है. स्टार प्रचारक का आना भी शुरू हो गया है. इस बीच जब हम जिला मुख्यालय से निकलते हैं तो गरभेली, धुस्मर एवं खैरा के बाद कदवा विधानसभा का क्षेत्र शुरू हो जाता है. रतनपुरा, मुस्लिम टोला चौक होते हुए डंडखोरा थाना चौक पहुंचते हैं. यहां चाय नाश्ते की दुकान पर कुछ लोग बैठकर आपस में चुनावी चर्चा में मशगूल हैं. चाय नाश्ते की दुकान में बैठा एक शख्स कहता है कि कदवा में इस बार जदयू से पूर्व सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी के मैदान में उतरने से मुकाबला कांटे की हो गयी है. दूसरा व्यक्ति कहता है की बात तो सही है. कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ शकील अहमद खान को इस बार जीत का हैट्रिक लगाना मुश्किल लग रहा है. तीसरा शख्स कहने लगता है कि जातीय समीकरण को लेकर कुछ कहना जल्दबाजी होगी. उस बिरादरी से भी कई दमदार कैंडिडेट चुनावी मैदान में है. इसलिए जीत का राह आसान नहीं है. यहां से भमरेली, द्वाशय से होते हुए दुर्गागंज पहुंचे. रास्ते में द्वाशय के समीप खेत में काम करते हुए कुछ मजदूर मिले. बातचीत में कुछ मजदूरों ने कहा कि वह लोग अभी खेती किसानी में व्यस्त हैं. चुनाव के दिन सोचेंगे कि किसको वोट देना है. कुछ कैंडिडेट लोकल का भी मुद्दा उठा रहा है. उसका भी सवाल वाजिब है. कब तक बाहरी कैंडिडेट को झेलते रहेंगे. यहां से आगे बढ़ते हुए कुरसेला झौआ के पास पहुंचते हैं. यहां सड़क पर कुछ आदमी खड़े मिलते हैं. उनमें कुछ महिलाएं भी थीं. बातचीत करने पर कुछ महिलाओं ने कहा कि इस बार कहना मुश्किल है कि कौन जीतेगा. कई कैंडिडेट का प्रचार गाड़ी दौड़ रहा है. लेकिन हम लोग भी मन बनाये हुए है कि किसको वोट देना है. अभी बोलना उचित नहीं होगा. यहां से आगे महानंदा नदी पारकर मीनापुर पहुंचते हैं. मीनापुर के पास कुछ मुस्लिम समुदाय के युवक मिले. बातचीत में वह कहते हैं कि हमारी बिरादरी के एक निर्दलीय उम्मीदवार जो लोकल हैं. बातचीत में युवक कहते हैं कि यहां लोकल बनाम बाहरी का मुद्दा छाया हुआ है. लोकल में भी कई अच्छे कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे हैं. दरअसल कदवा विधानसभा सीट पर लगातार दो बार से कांग्रेस का कब्जा है. 11 नवंबर को कटिहार जिले के कदवा विधानसभा क्षेत्र में मतदान होना है. स्थानीय जानकारों की माने तो मुकाबला काफी दिलचस्प और त्रिकोणीय है. चुनाव परिणाम कुछ भी हो सकता है. इस चुनाव में स्थानीय मुद्दे भी उभर कर सामने आ रहे हैं. प्रत्याशी व उनके समर्थकों से भी लोग सवाल कर रहे है. हालांकि अब तक मतदाता पूरी तरह खामोश है. इसलिए यह कहना मुश्किल है कि इस सीट पर किसका पलड़ा भारी है. कदवा विधानसभा सीट इस बार कुल 16 उम्मीदवार चुनावी समर में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. यह मतदान के बाद ही तय होगा कि जनता किसके सिर जीत का सेहरा बांधती है. क्षेत्र भ्रमण के क्रम में सिंगलपुर के पास इम्तियाज अहमद से मुलाकात होती है. बातचीत में वह कहते हैं कि यह सही बात है कि इस क्षेत्र में दो प्रमुख प्रत्याशी आमने-सामने हैं लेकिन जनसुरज के शहरयार व एम एआइएमआइएम के शाकिर एवं निर्दलीय सादिक हुसैन भी एक बड़ा फैक्टर है. दूसरी तरफ निर्दलीय आशा सुमन व पूर्व मंत्री हिमराज सिंह भी इस आमने-सामने की टक्कर को चुनौती दे रहे हैं. आगे बढ़ने पर सोनैली रेलवे गुमटी के पास अजीत कुमार नामक युवक से मुलाकात होती है. बातचीत में हुए साफ कहते हैं कि कदवा में आमने-सामने की लड़ाई है. बाढ़-कटाव, शिक्षा-स्वास्थ्य बना चुनावी मुद्दा चुनाव प्रचार के बीच इस बार स्थानीय ज्वलंत मुद्दा भी उभर कर सामने आने लगा. लोग प्रमुख प्रत्याशियों से अपनी अपनी समस्याओं को लेकर सवाल भी पूछने लगे है. इस क्षेत्र की प्रमुख समस्या बाढ़- कटाव है. अब तक बाढ़-कटाव का स्थायी समाधान नहीं हो सका है. दूसरी तरफ शिक्षा व स्वास्थ्य की बदहाली भी बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है. विद्यालय में शिक्षकों की कमी व अस्पताल में डॉक्टर व दवा की कमी को लेकर लोग सवाल कर रहे है. यह क्षेत्र कमोवेश हर साल बाढ़ की विभीषिका झेलती है. यहां के लोगों की बाढ़ की विभीषिका झेलना एक नियति बन गयी है. अब लोग इसका स्थायी समाधान चाहते है. यही वजह है कि चुनाव में यह मुद्दा जबरदस्त तरीके से उठ रहा है. हालांकि चुनाव में प्रमुख उम्मीदवार अपने राष्ट्रीय व प्रांतीय नेता के चेहरे पर वोट मांग रहे है. पार्टी की घोषणा पत्र का हवाला देकर लोगों से वोट देने की अपील कर रहे है. क्षेत्र में उच्च शिक्षा की व्यवस्था के साथ-साथ कोई बड़ा उद्योग नहीं होने का सवाल भी उठा रहा है. उद्योग नहीं रहने की वजह से बड़ी संख्या में लोग पलायन करते है. रोजगार भी इस क्षेत्र का एक बड़ा सवाल है. वर्तमान में कुल वोटर: 280554 पुरुष वोटर: 148887 महिला: 131667 कुल मतदान केंद्र: 338 फ्लैश बैक-2015 ——- वर्तमान कुल मतदाता- 280554 2020 में विधायक- डॉ शकील अहमद खान (कांग्रेस) कुल मत- 71267 दूसरे नंबर पर- चंद्रभूषण ठाकुर (लोजपा) कुल मत- 38865 तीसरे नंबर पर- सूरज प्रकाश राय (जदयू) कुल मत- 31779 2020 का परिणाम- डॉ शकील अहमद खान (कांग्रेस)
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