पूर्णिया विश्वविद्यालय अंतर्गत चार कॉलेज को मॉडल कॉलेज बनाने को चल रहा मंद गति से कार्य

पूर्णिया विश्वविद्यालय अंतर्गत चार कॉलेज को मॉडल कॉलेज बनाने को चल रहा मंद गति से कार्य

By RAJKISHOR K | November 23, 2025 7:49 PM

– जिले के डीएस कॉलेज को मॉडल कॉलेज को किया गया चयनित – आधारभूत संरचना ज्यों का त्यों रहने से पठन-पाठन में हो रही परेशानी कटिहार पूर्णिया विवि अंतर्गत चार कॉलेजों को मॉडल कॉलेज बनाने का कार्य काफी मंद गति से चल रहा है. विवि के नये कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह योगदान के शुरूआती दिनों में ही कई कॉलेजों के निरीक्षण व कार्यक्रमों के दौरान चार कॉलेजों को मॉडल कॉलेज बनाने को लेकर आश्वासन दिया था. इन कॉलेजों में पूर्णिया, अररिया, किशनगंज में एक कटिहार जिले का डीएस कॉलेज शामिल हैं. डीएस कॉलेज को मॉडल कॉलेज बनाने की दिशा में विवि की ओर से विवि का एक्सटेंशन काउंटर बनाया गया. कर्मचारी को नामित कर दिया गया है लेकिन एक ही छत के नीचे जो सुविधा मिलनी चाहिए नहीं मिलने से छात्र- छात्राओं को पठन पाठन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. डीएस कॉलेज मॉडल कॉलेज बन जाने से एक ही छत के नीचे कई तरह की सुविधाओं से लैश हो सकता है. आज भी 1950 के बाद की आधारभूत संरचना के सहारे ही जर्जर वर्ग कक्षों में पठन पाठन कार्य किया जा रहा है. शिक्षाविदों की माने तो मॉडल कॉलेज बन जाने से एक छत के नीचे कई तरह की सुविधाओं से लैश किया जा सकता है. अच्छी पढाई, छात्रों के लिए अच्छी सुविधाएं, विवि का एक्सटेंशन काउंटर, छात्रों को विवि के काम के लिए चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा. स्मार्ट क्लास रूम, सुसज्जित शौचालय, पेयजल की अच्छी सुविधा, परीक्षा के लिए समुचित स्थान, कैम्पस में आवागमन की अच्छी सुविधा, विद्युत का समुचित प्रबंधन, सुसज्जित पुस्तकालय, ऑनलाइन व्यवस्था, आधुनिक छात्रावास समेत कई तरह की सुविधाओं से युक्त संभावना बन सकती है. डीएस कॉलेज के स्मार्ट क्लास का सीलिंग धराशायी, नहीं जा रहा ध्यान कॉलेज प्रशासन हो या विवि प्रशासन पूर्व से बनी आधारभूत संरचना को बचाये रखने की ओर ध्यान नहीं जाने से छात्रों को काफी परेशानी होती है. करीब एक से डेढ़ साल पूर्व डीएस कॉलेज में बनायी गयी स्मार्ट क्लास का सिलिंग टूट कर धाराशायी हो गया है. इसे देखने वाला कोई नहीं है. ऐसा कई छात्रों व कर्मचारियों का भी कहना है. स्मार्ट क्लास का सिलिंग करीब छह लाख के ऊपर से निर्माण किया गया था. आज टूट कर गिर जाने के कारण उक्त कक्ष में पैर रखने में भी मुश्किल साबित हो रहा है. महिला छात्रावास में दूसरे विभाग का कब्जा छात्र नेताओं की माने तो डीएस कॉलेज में करीब एक करोड़ की लागत से महिला छात्रावास पूर्व में बना था. आज तक छात्राओं का इंट्री तक नहीं लिया गया. वर्तमान में मानू, एनसीसी व इग्नू का कार्यालय संचालित हो रहा है. इस ओर न तो विवि प्रशासन न नहीं कॉलेज प्रशासन का ध्यान जा रहा है. जबकि जेनरल छात्रावास पूरी तरह ध्वस्त है. कैम्पस के अंदर अराजकता है. महाविद्यालय की जमीन पर कब्जा कर खेतीबाड़ी और पशुपालन किया जा रहा है. अवैध लोग कैम्प में वास करते हैं. टीचर्स क्वार्टर में भूसा स्टोर किया गया है. जिले के चार कॉलेजों को बनना है मॉडल कॉलेज जिले के चार कॉलेजों को मॉडल कॉलेज बनना है. मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज, अररिया कॉलेज, पूर्णिया कॉलेज एवं कटिहार का डीएस कॉलेज शामिल है. इसको लेकर फाइल दौड़ाने की रफ्तार तेज कर दी गयी है. कई कार्य किये जा चुके हैं. कई कार्य होना शेष है. फिलवक्त वे बाहर हैं विशेष जानकारी स्थिर होकर दिया जा सकता है. प्रो विवेकानंद सिंह, कुलपति, पूर्णिया विवि

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