चुनावी मुद्दा, प्रखंड के 15 महादलि के लिए नहीं है श्मशान घाट

चुनावी मुद्दा, प्रखंड के 15 महादलि के लिए नहीं है श्मशान घाट

By RAJKISHOR K | November 5, 2025 8:09 PM

– श्मशान घाट निर्माण का मोहल्ले वासी का रहता है चुनावी मुद्दा – 50 वर्षों से लाश दफनाने के लिए करना पड़ता है जद्दोजहद – दलन पूरब के भसना शमशान घाट अतिक्रमण का है शिकार – लाश के ऊपर लाश दफनाने को विवश हो जाते हैं लोग कटिहार कटिहार विधानसभा के दलन पूरब पंचायत के सिरसा के 15 महादलित मोहल्लेवासियों के लिए शमशान घाट की समस्या वर्षों से जस की तस है. सांसद, विधायक या फिर मुखिया का चुनाव में हर बार शमशान घाट निर्माण का मुद्दा भले ही उठता हैं. लेकिन इस ओर ध्यान नहीं जाने से यहां के हरि के जन अब तक उपेक्षित हैं. यही वजह है कि करीब 50 वर्षों से लाश दफनाने के लिए हरि के जन को जद्दोजहद करने की विवशता बनी हुई है. जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का दंश इस तरह झेल रहे हैं कि कभी कभी लाश जहां पूर्व में लाश दफनाया जाता है. उसी के ऊपर दफनाने की नौबत आ जाती है. दलन पूरब पंचायत के टोले मोहल्ले के लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा उनके समाज को सुविधा उपलब्ध कराये जाने का दंश भरा जा रहा है. लेकिन मोहल्ले के लोगों के मरने के बाद शव को जलाने या फिर दफनाने की मुकम्मल व्यवस्था तक नहीं होने से शमशान घाट के लिए जमीन की तलाश कर रहे हैं. इनलोगों का कहना है कि भसना के निकट सरकारी जमीन पर शव को कई वर्षों से दफनाते व जलाते आ रहे हैं. देखरेख के अभाव में उक्त सरकारी जमीन धीरे धीरे अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है. यही वजह है कि इनलोगों को शव को दफनाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सबसे अधिक बरसात के दिनों में होती है. अतिक्रमणकारियों के कब्जे में रहने के कारण दाह संस्कार के समय कभी कभी मारपीट की नौबत आ जाती है. यह मुददा लोकसभा आम निर्वाचन में भी उठाया गया है. बिहार विधान सभा चुनाव में यह मुद्दा लोगों के जुबान पर छाया हुआ है. इन मोहल्ले के लोगों को शवदाह में होती है परेशानी मालूम हो कि दलन पूरब सिरसा के विभिन्न मोहल्लों में पुराना टोला, कॉलोनी टोला, रख्खाबांध टोला, रासो टोला, बीच टोला, डाकबड़ी टोला, सिरसा चौक, डकैत टोला, महलदार टोला, कौवा बड़ी, दलन, बड़ी ढिंगोला, दलन, कदेपुरा समेत अन्य महादलित परिवार, कमजोर वर्ग के परिवार को शवदाह करने में परेशानी होती है. दलन पूरब पंचायत के मुखिया नेमूल हक, सरपंच दिनेश मोहन ठाकुर, उपसरपंच रविशंकर श्रवणे का कहना है कि 2022-23 में इसे मनरेगा योजना में लिया गया था. भसना की सीट नम्बर एक, खाता नम्बर 1833, खेसरा नम्बर 94, 122 ,131, 132, 168 एवं 175 रकवा की लगभग 74 एकड़ जमीन उपलब्ध है.

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