काढागोला घाट पर चैत शुक्ल पक्ष के पंचमी को निषाद राज जयंती मनायी गयी
काढागोला घाट पर चैत शुक्ल पक्ष के पंचमी को निषाद राज जयंती मनायी गयी
बरारी काढागोला गंगा घाट पर गंगा समग्र के तत्वावधान में आयोजित निषाद राज जयंती समारोह का उद्घाटन वरिष्ठ समाजसेवी अखिलेश सिंह, उपमुख्य पार्षद अमन कुमार, नृपेश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. कुलदीप सिंह, गंगा समग्र के विभाग प्रमुख अखिलेश सिंह, जिला संयोजक नवीन चौधरी, जिला सहसंयोजक मनोज साह ने बताया कि गंगा मईया से निषाद समुदाय का मां बेटे का संबंध है. गंगा मईया की गोद में ही निषाद समुदाय का जीवन गुजरता है. जिला संयोजक ने बताया कि वे ऋंगवेरपुर (वर्तमान प्रयागराज) के राजा थे. उनका नाम गुह्यराज था. वे आदिवासी समाज के थे. उन्होंने ही वनवासकाल में राम, सीता तथा लक्ष्मण को केवटराज जी से कहकर गंगा पार कराया था. वे राम के बाल सखा थे. निषाद राज व राम ने एक ही गुरुकुल में रहकर शिक्षा प्राप्त की. वनवास के बाद राम ने अपनी पहली रात अपने मित्र निषादराज के यहां बितायी.उपमुख्य पार्षद अमन कुमार ने गंगा समग्र द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की प्रशंसा की. निषाद समुदाय से मां गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाए रखने के लिए जुड़ने का आह्वान किया. नृपेश सिंह ने गुह्य राज निषाद की महिमा की बखान किया. इस प्रकार के कार्य को करने के लिए गंगा समग्र को धन्यवाद दिया. कार्यक्रम में राजकुमार साह, लक्षण भगत, मनोज भगत, जीवछ गुप्ता, नवीन साह, बिपिन भगत पवन चौधरी इत्यादि उपस्थित थे.
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