कटिहार विधानसभा चुनाव 2025: कई सीटों पर बागियों के कारण मुकाबला होगा दिलचस्प

कटिहार विधानसभा चुनाव 2025: कई सीटों पर बागियों के कारण मुकाबला होगा दिलचस्प

By RAJKISHOR K | November 6, 2025 7:14 PM

कटिहार जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गयी है. जिले के सात विधानसभा सीट के लिए द्वितीय व आखिरी चरण के तहत आगामी 11 नवंबर को मतदान होना है. ऐसे में प्रमुख राजनीतिक दल के प्रत्याशी के समर्थन में स्टार प्रचारक का दौरा भी शुरू हो गया है. दूसरी तरफ प्रत्याशी और उनके समर्थक डोर टू डोर लोगों से संपर्क कर रहे है. साथ ही अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है. इस बीच सियासी पंडितों की ओर से जीत हार को लेकर विश्लेषण भी किया जा रहा है. जनता की नब्ज को टटोलने की कोशिश हो रही है. वोटर का मूड इस बार किस और है. इस पर भी नजर रखी जा रही है. हालांकि मतदाता सब को खुश करने की कोशिश में जुटे है. चुनाव प्रचार के बीच बागियों के तेवर भी कम नहीं है. जिले के कई विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न दलों से जुड़े बागी चुनावी समीकरण का रुख बदल दिया है. महागठबंधन व एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध बागी दूसरे दल से टिकट लेकर चुनावी समीकरण की अलग तस्वीर तैयार कर दी है. कई ऐसे बागी भी है, जिन्हें किसी दल से टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी समीकरण को मजेदार बना दिया है. यह तो अब 11 नवंबर को ही पता चल सकेगा कि विभिन्न दलों के बागी उम्मीदवार अपने मिशन में कितना कामयाब रहे है. फिलहाल मतदाता भी पूरी खामोशी के साथ चुनावी समीकरण को उलझा कर रखे हुए है. हालांकि यह बात काफी हद तक साफ हो चुका है कि अधिकांश सीटों पर मुकाबला एनडीए व महागठबंधन के बीच ही हो सकती है. जबकि कई सीटों पर बागी ने एआईएमआईएम प्रत्याशी व निर्दलीय के रूप में मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने बना दिया है. कई सीटों को लेकर तो यह बात भी सामने आ रही है कि महागठबंधन एवं एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी को अपनों से ही अधिक खतरा है. कई सीटों पर अपनों से हो रही है परेशानी जिले के कई सीटें ऐसी है, जहां एनडीए एवं महागठबंधन के प्रत्याशी को अपनों से ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई तो पार्टी के फैसले के विरुद्ध दूसरे दल से टिकट लेकर चुनावी मैदान में कूद गये है तो कुछ तो निर्दलीय ही चुनावी मैदान में कूदकर समीकरण का रुख मोड़ने की स्थिति में है. कटिहार, कदवा, कोढ़ा और बलरामपुर सीट पर बागी के उम्मीदवार मुकाबला को काफी दिलचस्प बना दिया है. जबकि प्राणपुर सीट पर कांग्रेस के बागी महागठबंधन की उम्मीदवार के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. कटिहार सीट पर भी महागठबंधन व एनडीए के प्रत्याशी को अपनों से ही अधिक खतरा है. हालांकि एनडीए व महागठबंधन की ओर से डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश अब भी जारी है. फिलहाल दो पर कांग्रेस व तीन पर भाजपा का है कब्जा विधानसभा चुनाव के गहमागहमी के बीच कई प्रत्याशी अपनी सीट बरकरार रखने की कोशिश में जुटे है. उल्लेखनीय है कि जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में से कदवा एवं मनिहारी पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है. जबकि कटिहार, प्राणपुर व कोढ़ा सीट पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है. इसी तरह बरारी में जदयू एवं बलरामपुर में भाकपा माले का कब्जा है.

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