पदमपुर बहियार में छह माह से खेत में गिरा है एग्रीकल्चर ट्रांसफार्मर
पदमपुर बहियार में छह माह से खेत में गिरा है एग्रीकल्चर ट्रांसफार्मर
– दुरुस्त नहीं होने से किसानों में आक्रोश, कहा जान जोखिम में डालकर खेती करने को मजबूर हैं किसान हसनगंज प्रखंड स्थित पदमपुर गांव में खेती लोगों के जीवन का आधार है. खेती कर ही लोगों की आजीविका चलती है. गांव के समीप बहियार में लगभग छह महीनों से खेतों में एग्रीकल्चर ट्रांसफार्मर गिरा पड़ा हुआ है. जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. किसानों को खेती करने में व किसानी कार्यों में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. आसपास के खेतों में बिजली तार गिरे रहने से हमेशा जान माल का खतरा बना हुआ रहता है. मौके पर वरुण शर्मा, जानकी देवी, बेबी देवी सहित दर्जनों किसानों ने इस समस्या से परेशान होकर ट्रांसफार्मर के समीप खड़े होकर बिजली विभाग के खिलाफ नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने स्पष्ट तौर पर कहा बिजली विभाग की मनमानी चरम सीमा पर है. दूरभाष के माध्यम से कई बार समस्याओं से अवगत कराया गया. बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है. महंगे डीजल खरीद कर खेत पटवन करना पड़ रहा है. हम किसानों के लिए बड़ा ही जटिल समस्या बना हुआ है. बिजली तार खेतों में गिरे रहने से जान माल का खतरा बना हुआ है. बताया बिगत छह महीने पूर्व इसी जगह बिजली तार की चपेट में आने से गांव के ही एक व्यक्ति की मौत हो गई है. जिसको लेकर लोग काफी डरे सहमे हुए हैं. बताया लगभग दो किलोमीटर दूर से कच्चे तार खींचकर खेत पटवन करना पड़ रहा है. इस दौरान तार की चपेट में आने से बड़ा हादसा होने का डर बना हुआ है. बावजूद बिजली विभाग कानों में तेल देकर सोई हुई है. जहां एक तरफ सरकार किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का दावा कर रही है. जो धरातल पर यह दावा बिल्कुल खोखला साबित हो रही है. विभागीय अनदेखी के चलते आज हम किसान काफी परेशान है. आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली विभाग के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए जल्द खेतों में गिरे एग्रीकल्चर ट्रांसफार्मर को दुरुस्त करने सहित बोरिंग तक कनेक्शन करने की मांग की है.
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