5000 एकड़ में लगी फसल का व्यापक क्षति, विजय
5000 एकड़ में लगी फसल का व्यापक क्षति, विजय
कोढ़ा प्रखंड व आसपास के इलाकों में गुरुवार से जारी रुक-रुक कर तेज बारिश के बाद शुक्रवार व शनिवार की रात हुई भारी बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. खेतों में खड़ी पकी हुई धान की फसल रोपाई की गई मक्का व हाल फिलहाल में खेते में लगाए गये आलू की फसल पूरी तरह से क्षति हो गई है. बारिश से पहले खेतों में लहलहाती फसल देखकर किसानों के चेहरे पर मुस्कान थी. लेकिन लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया. खेतों में पानी भर जाने से फसलें पूरी तरह से गिर गई हैं और कई जगहों पर सड़ने की स्थिति बन गई है. स्थानीय किसानों में बहरखाल पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विजय सिंह कुशवाहा,अभिनंदन सिंह, मुखिया संघ के अध्यक्ष मोहम्मद काजिम, प्रकार यादव, पोद्दार महतो, गोपाल महतो,प्रभु महतो के अलावा सलाउद्दीन, इफ्तिखार, कैलाश बिहारी, कैलाश यादव और छंगुरी ठाकुर समेत कई किसानों ने बताया कि पूरे प्रखंड क्षेत्र में सबसे ज्यादा,खेते में लगी पके धान की फसल ,हाल फिलहाल में लगाए गये आलू व मक्के की फसल को व्यापक रूप से क्षति पहुंची है. जिसमें 5000 एकड़ की सभी प्रकार की फसलें को क्षति पहुंची है. जिसमें करोड़ों का नुक़सान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि अगर जल्द धूप नहीं निकली तो बचे हुए खेतों में भी फसल का नुकसान तय है. किसानों का कहना है कि इस वर्ष की फसल से उन्हें अपने कर्ज और खेती के खर्च की भरपाई की उम्मीद थी. लेकिन इस प्राकृतिक आपदा ने उन्हें फिर से आर्थिक संकट में डाल दिया है. कई किसानों ने प्रशासन से सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की है. ताकि नुकसान की भरपाई की जा सके.
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