गांधी मैदान में 60 लाख की लागत से कराया जा रहा शौचालय का निर्माण

गांधी मैदान जहां सुबह हो या शाम, हर समय सैकड़ों की संख्या में युवा विभिन्न बहालियों के लिए फिजिकल तैयारी में जुटे रहते हैं.

By AMLESH PRASAD | August 21, 2025 10:19 PM

जहानाबाद नगर. गांधी मैदान जहां सुबह हो या शाम, हर समय सैकड़ों की संख्या में युवा विभिन्न बहालियों के लिए फिजिकल तैयारी में जुटे रहते हैं. वहीं सुबह और शाम के समय सैकड़ों की संख्या में मार्निंग व इवनिंग वाक करने वाले लोगों का भी जमावड़ा लगा रहता है. गांधी मैदान में ही शहरी क्षेत्र का कोई बड़ा आयोजन होता है. किसी पार्टी का रैली या सभा से लेकर अन्य बड़े आयोजन यहीं पर होते हैं. ऐसे महत्वपूर्ण स्थल पर भी पेयजल व शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे लोगों की परेशानी अब दूर होने वाली है. बुडको द्वारा करीब 60 लाख की लागत से गांधी मैदान में शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है इसके लिए फाउंडेशन निर्माण का कार्य आरंभ हो गया है. मालूम हो कि प्रभात खबर ने इस मुद्दे को पूरी गंभीरता के साथ 20 जुलाई के अंक में प्रकाशित किया था. इसके बाद जिला पदाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए इस पर गंभीरता से निर्णय लिया. इसके बाद निर्माण कार्य आरंभ हुआ है. गांधी मैदान जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल पर शौचालय व पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. बीते दिनों में हर समय सैकड़ों की संख्या में युवा सिपाही से लेकर गृहरक्षक बहाली की तैयारी में जुटे देखे जा रहे थे. इनमें 50 प्रतिशत से अधिक संख्या युवतियों की देखी जा रही थी. युवतियों को तो शौचालय के अभाव में और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता था. गांधी मैदान के आसपास सघन आबादी होने के कारण इन युवतियों को और भी परेशानी उठानी पड़ती थी. वे आसपास के गली-मुहल्ले में भी इसके लिए नहीं जा सकती थी. ऐसे में लंबे समय से गांधी मैदान में शौचालय निर्माण की मांग उठती रही है. गांधी मैदान में फिजिकल तैयारी में जुटे रहने वाले युवक-युवतियों को हर दिन परेशानी से दो-चार होना पड़ता है. पेयजल के लिए भी आसपास के घरों से लेते हैं पानी

फिजिकल तैयारी में जुटे युवक-युवतियां पेयजल के लिए भी आसपास के घरों का सहारा लेती हैं. गांधी मैदान में शीतल पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से उन्हें इसके लिए भी आसपास के घरों से पानी मांग कर अपनी प्यास बुझानी पड़ती है. इन परेशानियों को देखते हुए गांधी मैदान में तैयारी करने आने वाले अधिकांश युवा अब अपने साथ पानी से भरा बोतल लेकर आना मुनासिब समझते हैं. हालांकि घंटों प्रैक्टिस करने के दौरान उन्हें पानी की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में वे आसपास के घरों से पानी मांग कर अपनी प्यास बुझाते हैं. गांधी मैदान जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर पेयजल व शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं होना नप प्रशासन के कार्यशैली को ही दर्शाता है.

क्या कहते हैं अधिकारी

गांधी मैदान में शौचालय निर्माण कार्य शुरू हो गया है. अगले कुछ महीनों में निर्माण कार्य पूरा करा लिया जायेगा. इसके बाद लोगों की परेशानी दूर हो जायेगी. अशोक कुमार, कार्यपालक अभियंता, बुडको

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