Jehanabad News : शहर में ऑटो स्टैंड निर्माण की योजना अधर में, ट्रैफिक व्यवस्था है बदहाल
जहानाबाद शहर में अभी तक स्थायी ऑटो स्टैंड का निर्माण नहीं हो सका है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था लगातार प्रभावित हो रही है. जिले के सात प्रमुख रूटों पर ऑटो परिचालन को व्यवस्थित करने की योजना महीनों से लंबित पड़ी है.
जहानाबाद. जहानाबाद शहर में अभी तक स्थायी ऑटो स्टैंड का निर्माण नहीं हो सका है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था लगातार प्रभावित हो रही है. जिले के सात प्रमुख रूटों पर ऑटो परिचालन को व्यवस्थित करने की योजना महीनों से लंबित पड़ी है. परिवहन विभाग और ट्रैफिक डीएसपी के नेतृत्व में नगर परिषद को प्रस्ताव भेजा गया है, परंतु अब तक जमीन चिह्नित नहीं हो पायी है. प्रस्ताव के अनुसार, हर रूट के लिए अलग रंग के ऑटो निर्धारित किए जाने हैं, ताकि वे केवल निर्धारित रूट पर ही चलें और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा सके. ऑटो चालक संघ ने अनुमानित संख्या भी प्रशासन को सौंपी है, लेकिन कार्रवाई नहीं हो सकी है.
मुख्यमंत्री यात्रा में बनी व्यवस्था स्थायी नहीं रह पायी
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान प्रमुख स्थलों पर बैरिकेडिंग कर ऑटो स्टॉप बनाए गए थे, लेकिन यात्रा के बाद व्यवस्था खत्म हो गयी. अब ऑटो चालक शहर के मुख्य स्थानों पर मनमाने ढंग से ऑटो खड़ा कर रहे हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है.
रेलवे स्टेशन पर रोजाना लगता है जाम
ट्रेन के आगमन के समय स्टेशन के पास दोनों ओर ऑटो की भीड़ लग जाती है, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. ट्रैफिक पुलिस चालान काटती है, लेकिन ऑटो संघ इसे मनमानी बताते हुए स्थायी स्टैंड की मांग कर रहा है.
पुरानी पहल रह गयी अधूरी
नगर परिषद द्वारा कुछ वर्ष पूर्व चिह्नित किये गये स्थानों पर ऑटो स्टैंड बनाने की कोशिश की गयी थी, लेकिन उसका पालन नहीं हुआ. अधिकारियों के स्थानांतरण के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया. सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में मिले निर्देश : डीएम अलंकृता पांडेय ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को शहर में स्थायी ऑटो स्टैंड निर्माण के लिए जमीन चिह्नित कर कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया, लेकिन सर्वे और अधिसूचना अभी तक नहीं हो पायी है.
ग्रामीण ऑटो का भी शहर में संचालन
ग्रामीण परमिशन वाले ऑटो भी शहर में चलाये जा रहे हैं. जांच में ऐसे कई मामले सामने आये हैं, लेकिन चालान के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं है. ऑटो चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं. कई चालक बिना लाइसेंस के या कम उम्र में ऑटो चला रहे हैं. तेज रफ्तार और बेतरतीब संचालन के कारण दुर्घटनाएं आम हो गयी हैं. ड्राइवर सीट के दोनों ओर सवारी बैठाना आम बात है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
सात रूटों के लिए अलग-अलग रंग के ऑटो की योजना तैयार की गयी है. नगर परिषद और अंचल अधिकारी को जमीन चिह्नित करने का प्रस्ताव भेजा गया है. बीच सड़क पर ऑटो खड़ी करने वालों पर कार्रवाई की जायेगी.
नवनीत कुमार,
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