Jehanabad News : सदर अस्पताल में उचित व्यवस्था न होने से मरीज और परिजन परेशान

सदर अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए रहने की उचित व्यवस्था न होने से मरीज और उनके परिजन दोनों ही परेशान हैं.

By SHAH ABID HUSSAIN | November 27, 2025 10:13 PM

अरवल. सदर अस्पताल में मरीजों के परिजनों के लिए रहने की उचित व्यवस्था न होने से मरीज और उनके परिजन दोनों ही परेशान हैं. अस्पताल में 100 बेड होने के बावजूद परिजन अक्सर मरीजों के बेड पर बैठने को मजबूर हैं, क्योंकि अस्पताल परिसर में कहीं भी शेड या आराम करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है. इमरजेंसी वार्ड में औसतन 40-50 मरीज प्रतिदिन आते हैं, जबकि यह वार्ड केवल 10 बेड का है. इसके कारण कई बार मरीज और उनके परिजन एक ही बेड पर एक साथ बैठे रहते हैं. स्वास्थ्यकर्मियों के अनुसार, अस्पताल परिसर में परिजनों के लिए किसी भी तरह की बैठने या रहने की व्यवस्था न होने के कारण मरीजों और परिजनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ आने वाले प्रत्येक मरीज के चार-पाँच परिजन होते हैं, लेकिन केवल दो-तीन को ही वार्ड में रहने की अनुमति मिलती है. शेष परिजन को खुले आसमान के नीचे इंतजार करना पड़ता है. विशेष रूप से एसएनसीयू वार्ड में भर्ती नवजात बच्चों के माता-पिता की स्थिति और अधिक कठिन है. नवजात बच्चों को इलाज के दौरान कई दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ता है, और समय-समय पर माताओं को बच्चों को दूध पिलाने के लिए वार्ड के बाहर खुले वातावरण में इंतजार करना पड़ता है. यह समस्या ठंड के मौसम में और भी गंभीर हो जाती है, जब फर्श पर बैठना या सोना लगभग असंभव हो जाता है. अस्पताल प्रशासन ने इस समस्या से निबटने के लिए बीएमएसआइसीएल को शेड निर्माण के लिए पत्र भेजा है, लेकिन अभी तक शेड का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है. स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि शेड और बैठने की उचित व्यवस्था न होने के कारण न केवल परिजन परेशान हैं, बल्कि अस्पताल में कर्मचारियों के लिए भी काम करना मुश्किल हो जाता है. कई परिजनों ने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान परिजन के लिए रहने और बैठने की कोई भी सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें मरीजों के साथ ही बेड पर बैठना पड़ता है. इसके अलावा, इमरजेंसी वार्ड और एसएनसीयू में मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण और अधिक परेशानी होती है.

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