Jehanabad : जिले के कई स्कूलों का हुआ कायाकल्प शिक्षक व छात्र रेशियो में भी हुआ सुधार
वर्ष 2025 जिले के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों से भरा रहा. वर्ष की शुरुआत में ही जिले के छात्रों ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा में बेहतर परिणाम हासिल कर राज्यस्तर पर अपनी पहचान बनायी.
जहानाबाद नगर.
वर्ष 2025 जिले के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों से भरा रहा. वर्ष की शुरुआत में ही जिले के छात्रों ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा में बेहतर परिणाम हासिल कर राज्यस्तर पर अपनी पहचान बनायी. इससे यह साबित हुआ कि जिले में शिक्षा का स्तर निरंतर उच्च कोटि का होता जा रहा है. इस वर्ष जिले के स्कूलों में आधारभूत संरचनाओं का व्यापक विकास किया गया. पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 500 बेड के आवासीय विद्यालय सह छात्रावास का निर्माण कराया गया. वहीं उच्च शिक्षण संस्थान के रूप में जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा भी हुई, जिसे शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. इसके अलावा आंबेडकर आवासीय विद्यालय का निर्माण भी कराया गया. जिले के अधिकतर विद्यालयों में वर्ग कक्षों का निर्माण, किचेन शेड, शौचालय तथा नल से जल की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी. विद्यार्थियों के लिए बेंच-डेस्क और स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई गई, ताकि वे गुणवत्तापरक शिक्षा प्राप्त कर सकें. शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई विद्यालयों में आईसीटी लैब की स्थापना की गई, जहां बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा दी जा रही है.
बच्चों के भविष्य के निर्माण के लिए इस वर्ष बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली की गई. लगभग 1000 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति से जिले में शिक्षक-छात्र अनुपात में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, जो अब राज्यस्तर के अनुरूप हो गया है. शिक्षकों की बहाली के बाद स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर हुआ है और विद्यार्थियों को नए-नए शिक्षण तरीकों से पढ़ाया जा रहा है. इसका सकारात्मक असर यह हुआ है कि विद्यालय से दूर रहने वाले बच्चे भी अब नियमित रूप से स्कूल पहुंचने लगे हैं.
उच्च शिक्षण संस्थान की नहीं हुई स्थापना : जिले में सरकारी स्तऱ पर कोई भी उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना नहीं हुआ है. हालांकि मेडिकल कालेज की स्थापना की घोषणा की गयी है. वहीं निजी क्षेत्र के तहत मेडिकल कॉलेज बन रहा है. मेडिकल कालेज के लिए 700 बेड का अस्पताल भी आकार ले रहा है. इसके साथ ही एकेडमिक भवन का निर्माण भी हो गया है. नये वर्ष में जिले में मेडिकल की पढ़ाई आरंभ होने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि सरकारी स्तर पर न तो कोई टेक्निकल कालेज खुला और न ही डिग्री कालेज की स्थापना हुई.
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