बिहार में घर बनाना हुआ महंगा, ईंट के दामों में बेतहाशा वृद्धि से खरीदारी करने में छूट रहा पसीना

ईंट के दाम पर विभाग का नियंत्रण नहीं रहने के कारण ईंट का दाम लागत के अनुसार भट्ठा संचालक ही तय करते हैं. यही वजह है कि बाजार में इन दिनों ईंट का दाम काफी बढ़ा हुआ है. आज से एक साल पहले तक नौ हजार रुपये में 1500 ईंट लोगों को मिल जाती थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2022 4:54 AM

जहानाबाद सदर : बाजार में इन दिनों ईंट के दामों में लगातार इजाफा हो रहा है. जिसकी वजह से लोगों को मकान बनाना मुश्किल होता जा रहा है तथा ईंट की खरीदारी करने में अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है. दरअसल बीते एक साल के अंदर ईंट के दामों में डेढ़ गुना से भी ज्यादा का इजाफा हो गया है. ईंट भट्ठा संचालकों द्वारा लगातार ईंट के दाम बढ़ा दिया जा रहा है.

ईंट का दाम काफी बढ़ा हुआ है

ईंट के दाम पर विभाग का नियंत्रण नहीं रहने के कारण ईंट का दाम लागत के अनुसार भट्ठा संचालक ही तय करते हैं. यही वजह है कि बाजार में इन दिनों ईंट का दाम काफी बढ़ा हुआ है. आज से एक साल पहले तक नौ हजार रुपये में 1500 ईंट लोगों को मिल जाती थी. लेकिन वर्तमान समय में 15-16 हजार रुपये में 1500 ईंट मिल रही है. जिसकी वजह से लोगों को ईंट की खरीदारी करने में पसीना छूट रहा है.

कोयले का दाम बढ़ने का दिख रहा असर

बाजार में ईंट के दाम बढ़ने का प्रमुख वजह कोयले के दाम में काफी इजाफा होना माना जा रहा है. 6 माह के अंदर कोयले के दाम में तिगुना इजाफा हो गया है, जिसकी वजह से ईंट भट्ठा संचालकों को ईंट तैयार करने में पहले की अपेक्षा काफी राशि खर्च हो जा रही है, यही नहीं, मजदूरों ने भी अपनी मजदूरी बढ़ा दी है जिसके वजह से भी ईंट भट्ठा संचालकों द्वारा लगातार दाम बढ़ाया जा रहा है. बरसात के दिनों में ईंट भट्ठा संचालकों द्वारा और भी दाम बढ़ा दिया गया है.

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क्या कहते हैं पदाधिकारी

जहानाबाद के जिला खनन पदाधिकारी पंकज कुमार का इस संदर्भ में कहना है की ईंट का दाम भट्ठा संचालक ही अपने लागत के हिसाब से तय करते हैं. अभी इसका कोई गाइडलाइन नहीं है. जिससे कि ईंट के दाम पर नियंत्रण किया जा सके.

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