Jehanabad : किसानों को दी गयी रासायनिक कीटनाशकों की जगह प्राकृतिक खेती अपनाने की सलाह
बुधवार को संयुक्त कृषि भवन के सभागार में जिला कृषि कार्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कृषि पदाधिकारी संभावना और वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र गंधार के डॉ. वाजिद हसन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
जहानाबाद सदर
. बुधवार को संयुक्त कृषि भवन के सभागार में जिला कृषि कार्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कृषि पदाधिकारी संभावना और वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र गंधार के डॉ. वाजिद हसन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम में आत्मा के उप-परियोजना निदेशक राकेश कुमार एवं अनुप्रिति माला, सहायक निदेशक रसायन श्वेता प्रिया, प्रशिक्षक इंदु कुमारी सहित कई कृषि विशेषज्ञ मौजूद थे. जिला कृषि पदाधिकारी ने अपने संबोधन में प्राकृतिक खेती को वर्तमान समय में अत्यंत आवश्यक बताया और रबी मौसम की फसल उत्पादन पद्धति में इसे अपनाने की सलाह दी. डॉ. वाजिद हसन और अन्य प्रशिक्षकों ने बीजामृत, जीवामृत, घणामृत और नीमास्त्र बनाने की विधि तथा उनके उपयोग की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने किसानों को रासायनिक कीटनाशकों के स्थान पर नीम, गौमूत्र, गुड़, गोबर, बेसन और पेड़ के नीचे की मिट्टी आदि से तैयार उत्पादों के प्रयोग पर जोर दिया. प्राकृतिक खेती से मिट्टी और जल संरक्षित रहते हैं, उत्पादित अनाज, फल और सब्ज़ियों का स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, साथ ही लागत कम और उपज अच्छी होती है. किसानों को फलदार वृक्ष और बाग-बगीचे लगाने की सलाह भी दी गयी. कार्यक्रम में प्रखंड तकनीकी प्रबंधक राकेश कुमार और प्रगतिशील कृषक विश्वनाथ यादव ने प्राकृतिक खेती के अन्य आयामों पर चर्चा की. मौके पर कई कृषि कर्मी और स्थानीय किसान गोवर्धन प्रसाद, देवेंद्र कुमार, कृष्ण मुरारी, राजीव कुमार, रविकांत थे.
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