Jehanabad : बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना हुई ब्याज मुक्त, छात्रों को बड़ी राहत
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत मिलने वाला शिक्षा ऋण अब पूरी तरह ब्याज मुक्त कर दिया गया है, जिससे जिले के गरीब और मध्यम वर्गीय छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा की राह और आसान हो गई है.
जहानाबाद नगर. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत मिलने वाला शिक्षा ऋण अब पूरी तरह ब्याज मुक्त कर दिया गया है, जिससे जिले के गरीब और मध्यम वर्गीय छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा की राह और आसान हो गई है. राज्य सरकार के इस निर्णय से न सिर्फ नये, बल्कि पहले से शिक्षा ऋण लेकर उसका भुगतान कर रहे विद्यार्थियों को भी सीधा लाभ मिलेगा. उनके शेष बकाया ऋण पर अब कोई ब्याज नहीं लगेगा. सरकार द्वारा अक्टूबर में लिए गए निर्णय के बाद बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की मार्गदर्शिका में संशोधन किया गया है. संशोधित व्यवस्था के तहत अब चार लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण सभी आवेदकों के लिए ब्याज मुक्त हो गया है. साथ ही ऋण चुकाने की अवधि भी बढ़ा दी गयी है. अब दो लाख रुपये तक का ऋण 84 मासिक किस्तों यानी सात वर्षों में, जबकि दो लाख से अधिक का ऋण 120 किस्तों यानी 10 वर्षों में चुकाया जा सकेगा. पहले यह अवधि क्रमशः 60 और 84 किस्तों की थी. इसके अलावा, कोर्स अवधि के दौरान छात्र की मृत्यु होने पर शिक्षा ऋण (मूलधन व ब्याज सहित) पूरी तरह माफ कर दिया जायेगा. विभागीय आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक 6963 छात्र-छात्राओं को इस योजना का लाभ मिल चुका है. योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर 2016 को हुई थी. वर्तमान वित्तीय वर्ष में 1450 विद्यार्थियों को लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अब तक 768 छात्र-छात्राओं को शिक्षा ऋण प्रदान किया जा चुका है. शिक्षा ऋण को ब्याज मुक्त किए जाने से जिले के छात्र-छात्राओं में हर्ष का माहौल है.
60 से अधिक कोर्स के लिए मिलता है योजना का लाभ :
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अब आइटीआइ और बीएड के विद्यार्थियों को भी इसका लाभ मिलता है. इसके अलावा विज्ञान व प्रौद्योगिकी के स्नातक व स्नातकोत्तर स्तरीय कई पाठ्यक्रमों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ा गया है. इसमें एम-टेक के सात नये कोर्स जोड़े गये हैं. इसके अलावा बी-टेक में 15 नये कोर्स को शामिल किया गया है. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत दो वर्षीय आइटीआइ डिप्लोमा, बी-एड के साथ ही साइंस एवं टेक्नोलॉजी से जुड़े कई कोसों को शामिल किया गया है. इस सभी कोसौं के लिए इस योजना का लाभ विद्यार्थियों को मिलता है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एम-टेक के थर्मल इंजीनियरिंग, मशीन डिजाइन, जिओ टेक्निकल, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एवं एलएसआई, पावर सिस्टम, डूअल स्पेशलाइजेशन, बी-टेक के सीएसई, साइबर सिक्यूरिटी, डेटा साइंस के अलावे फायर टेक्नोलॉजी एंड सेफ्टी, केमिकल इंजीनियरिंग, फॉरेंसिक साइंस टेक्नोलॉजी, बायोमेडिकल एंड रॉबोटिक्स इंजीनियरिंग, फूड प्रोसेसिंग एंड प्रीजर्वेशन, लेदर टेक्नोलॉजी, इनवायरमेंट सइंस एंड टेक्नोलॉजी सहित अन्य कोसौं के लिए इस योजना का लाभ मिलता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
