Jehanabad : इमरजेंसी अस्पताल के संचालक पर होगी प्राथमिकी, डीएम को सौंपेगी जायेगी रिपोर्ट
शहर के कनौदी स्थित इमरजेंसी हॉस्पिटल में सिजेरियन ऑपरेशन के बाद महिला की मौत के मामले में शनिवार को उप विकास आयुक्त (डीडीसी) डॉ. प्रीति ने मौके पर पहुंचकर जांच की.
जहानाबाद.
शहर के कनौदी स्थित इमरजेंसी हॉस्पिटल में सिजेरियन ऑपरेशन के बाद महिला की मौत के मामले में शनिवार को उप विकास आयुक्त (डीडीसी) डॉ. प्रीति ने मौके पर पहुंचकर जांच की. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान अस्पताल में कोई चिकित्सक, स्टाफ या संचालक मौजूद नहीं थे, केवल एक मरीज वहां भर्ती मिला. डीडीसी ने बताया कि उन्होंने अपनी जांच पूरी कर ली है और जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी अलंकृता पांडे को सौंपी जायेगी. प्रारंभिक जांच में अस्पताल संचालक की लापरवाही सामने आई है. उन्होंने कहा कि अस्पताल संचालक और चिकित्सक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. गौरतलब है कि शुक्रवार को घोसी प्रखंड की गीता देवी नामक महिला की सिजेरियन ऑपरेशन के बाद मौत हो गयी थी. महिला के परिजनों का आरोप है कि इलाज और ऑपरेशन में गंभीर लापरवाही की गयी. उन्होंने बताया कि अस्पताल ने उनसे 65 हजार रुपये लिए थे और खून की कमी का हवाला देते हुए तीन यूनिट खून मंगाया गया. परिजनों के अनुसार डेढ़ यूनिट खून चढ़ाने के बाद ही महिला को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया और 10 मिनट बाद ही उसे बेहोशी की हालत में बाहर लाया गया, जहां उसकी तबीयत बिगड़ती चली गयी. डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. मौत की खबर मिलते ही परिजन भड़क उठे और अस्पताल में हंगामा करने लगे, जिसके बाद डॉक्टर, नर्स और संचालक अस्पताल छोड़कर फरार हो गये, जो अब तक लौटे नहीं हैं. शुक्रवार को पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को शांत कराया. जिलाधिकारी अलंकृता पांडे के निर्देश पर डीडीसी को जांच का जिम्मा सौंपा गया था. महिला ने ऑपरेशन के बाद एक बच्ची को जन्म दिया था, जिसे अस्पताल द्वारा इंक्यूबेटर में रखने की बात कहकर अतिरिक्त रुपये भी लिये गये थे.
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