Jehanabad : मजदूर-कर्मचारी विरोधी लेबर कोड निरस्त करने की मांग पर निकाला मार्च
संयुक्त किसान मोर्चा एवं संयुक्त केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर सोमवार को मजदूर-कर्मचारी विरोधी लेबर कोड को निरस्त करने की मांग को लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला गया.
जहानाबाद नगर.
संयुक्त किसान मोर्चा एवं संयुक्त केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर सोमवार को मजदूर-कर्मचारी विरोधी लेबर कोड को निरस्त करने की मांग को लेकर प्रतिरोध मार्च निकाला गया. यह मार्च ऐतिहासिक किसान आंदोलन की पांचवीं वर्षगांठ को चिह्नित करते हुए राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किया गया. मार्च आम्बेडकर चौक से प्रारंभ होकर पटना-गया मुख्य मार्ग होते हुए अरवल मोड़ पर पहुंचा, जहां यह सभा में तब्दील हो गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान, मजदूर और यूनियन से जुड़े लोगों ने भाग लिया. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने केंद्र सरकार पर किसान एवं मजदूर विरोधी नीतियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि 13 महीने लंबे चले किसान आंदोलन के दबाव में सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने पड़े, लेकिन किसानों को एमएसपी का कानूनी अधिकार देने के वादे को अब तक लागू नहीं किया गया है. इससे किसान अपनी फसल औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं और कर्ज में डूबकर आत्महत्या करने की नौबत आ रही है. वक्ताओं ने लेबर कोड को मजदूरों के मौलिक श्रम अधिकारों पर प्रहार बताया और इसे तुरंत निरस्त करने की मांग की। कहा कि यह कोड नौकरी की सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और ट्रेड यूनियन अधिकारों को सीमित करता है. प्रतिरोध मार्च में किसान महासभा के नेता रामाधार सिंह, शौकीन यादव, ओम प्रकाश, उमाशंकर वर्मा, डॉ. नरेंद्र शर्मा, सुरेंद्र मिस्त्री, शिव शंकर, अनिल कुमार, उपेंद्र कुमार, आनंद कुमार, पप्पू केवट, सुरेश प्रसाद, जगदीश प्रसाद, दिनेश प्रसाद, रामप्रसाद पासवान, राजू कुमार, राजरत्नम दास, दिनेश शर्मा, सुनीता देवी समेत सैकड़ों किसान व मजदूर शामिल हुए। सभा की अध्यक्षता सुरेंद्र मिस्त्री ने की.
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