भारतीय संस्कृति की आत्मा है यज्ञ

रेलवे कॉलोनी स्थित गायत्री ज्ञान मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर विश्व कल्याण व वातावरण शुद्धि को लेकर श्रद्धा व आस्था के साथ हवन-पूजन व मंत्र जाप का आयोजन किया जा रहा है.

By PANKAJ KUMAR SINGH | September 30, 2025 9:49 PM

झाझा. रेलवे कॉलोनी स्थित गायत्री ज्ञान मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर विश्व कल्याण व वातावरण शुद्धि को लेकर श्रद्धा व आस्था के साथ हवन-पूजन व मंत्र जाप का आयोजन किया जा रहा है. कलश स्थापना के साथ ही मंदिर परिसर में प्रतिदिन वैदिक रीति से यज्ञ और पूजन अनुष्ठान हो रहा है. इसमें क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर सुख, शांति व समृद्धि की कामना कर रहे हैं. गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन 24 हजार गायत्री मंत्र का जाप किया जा रहा है. गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ता ज्ञानप्रकाश ने बताया कि यह एक आध्यात्मिक और सामाजिक आंदोलन है, जिसके माध्यम से राष्ट्र और विश्व के पुनर्निर्माण की दिशा में कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यज्ञ केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की आत्मा है. यज्ञ के माध्यम से वातावरण की शुद्धि होती है, जिससे स्वस्थ, स्वच्छ और सभ्य समाज का निर्माण होता है. उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र से मानसिक शांति और सद्बुद्धि प्राप्त होती है, जिससे विश्व एक परिवार के रूप में विकसित हो रहा है. ज्ञानप्रकाश ने नवरात्रि की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माता रानी के नौ स्वरूपों की आराधना जीवन में शक्ति, भक्ति और समृद्धि लाती है. नवरात्रि के दौरान किए गए मंत्र जाप और यज्ञ का विशेष फल मिलता है, जो न केवल व्यक्तिगत कल्याण बल्कि सामूहिक उन्नति के लिए भी आवश्यक है. उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे शक्ति उपासना के इस पर्व में सहभागी बनें और जाप एवं यज्ञ के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा के वातावरण को सुदृढ़ करें. मौके पर कार्यकर्ता लखन लाल बरनवाल, बमशंकर बरनवाल, सूरज बरनवाल, सुधीर प्रसाद, बृजमोहन प्रसाद, रश्मि देवी, पूजा बरनवाल, सोनी देवी, लीलाधर कुमार, नूतन रानी, मंजुला देवी, सीनू कुमारी, छोटी कुमारी समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे.

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