बारात से लौट रहा ऑटो दुर्घटनाग्रस्त, दो बच्चों की मौत, आधा दर्जन लोग घायल
सोनो-खैरा मुख्य मार्ग पर हरदीमोह के समीप मंगलवार सुबह एक ऑटो दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में वाहन पर सवार दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि आधा दर्जन लोग घायल हो गये.
खैरा. सोनो-खैरा मुख्य मार्ग पर हरदीमोह के समीप मंगलवार सुबह एक ऑटो दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में वाहन पर सवार दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि आधा दर्जन लोग घायल हो गये. बताया जाता है कि सभी लोग बारात में शामिल होकर लौट रहे थे. हादसे में खैरा थाना क्षेत्र के सोनेल गांव निवासी चंदन मांझी के नौ वर्षीय पुत्र ऋषि कुमार व जोधन मांझी के 10 वर्षीय पुत्र गुल्लू कुमार की मौत हो गयी. वहीं सोनेल गांव निवासी रंजीत मांझी का पुत्र दीपक मांझी, हितालू का पुत्र गौतम मांझी तथा मान्हो मांझी का पुत्र मोदी कुमार सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गए. स्थानीय लोगों ने घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उनकी स्थिति गंभीर देखते हुए तीन घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम निवासी चूटर मांझी के पुत्र संतोष मांझी की शादी होनी थी और गांव से बारात गयी थी. सभी लोग ऑटो पर सवार होकर बारात में शामिल होने के लिए जमुई सदर प्रखंड क्षेत्र के हरनाहा गये थे, जहां से सब लोग लौट रहे थे. इसी दौरान हरदीमोह के समीप यह हादसा हुआ है.
अज्ञात पिकअप के चकमा देने से हुआ हादसा
ग्रामीणों ने बताया कि अज्ञात पिकअप वाहन के चकमा देने के कारण यह हादसा हुआ है. सुबह के 5:00 बज रहे होंगे, जब ऑटो वहां हरदीमोह के पास से गुजर रहा था. तभी सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार अनियंत्रित पिकअप वाहन ने चकमा दिया. इस कारण ऑटो चालक का नियंत्रण उसके वाहन से हट गया और ऑटो दुर्घटना का शिकार हो गया.
चार बहनों का इकलौता भाई था ऋषि
ग्रामीणों ने बताया कि इस घटना में मारे गए ऋषि कुमार अपने चार बहनों में इकलौता भाई था. उन्होंने बताया कि चंदन मांझी का पुत्र ऋषि चार बहनों से बड़ा था तथा अपने परिवार का इकलौता पुत्र था. वही एक अन्य मृतक गुल्लू कुमार तीन भाइयों में छोटा था. पिछले ही साल उसके मंझले भाई की बीमारी से मौत हो गयी थी. जबकि अब गुल्लू मांझी की मौत ने इसके परिवार को तोड़ दिया है. घटना के बाद ऋषि की दादी फुलवा देवी, पिता चंदन मांझी, गुल्लू कुमार की मां योगिनी देवी सहित अन्य लोगों के करुण विलाप ने माहौल गमगीन हो गया था. जैसे ही मृतक बच्चों का शव उनके घर पहुंचा, परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे. जिस गांव में लोग डोली आने की उम्मीद लगाए बैठे थे, उससे एक साथ दो बच्चों की अर्थी निकली जिसे सभी को झकझोर कर रख दिया.
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