अमित करता था फंडिंग, मुखिया करवाता था हथियार का निर्माण
जिले के गरही थाना क्षेत्र व सदर थाना क्षेत्र की तीन अलग-अलग जगहों पर मिनी गन फैक्ट्री के उद्भेदन के मामले में एसपी ने बड़ा खुलासा किया है.
जमुई . जिले के गरही थाना क्षेत्र व सदर थाना क्षेत्र की तीन अलग-अलग जगहों पर मिनी गन फैक्ट्री के उद्भेदन के मामले में एसपी ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने बताया कि कल्याणपुर निवासी अमित कुमार उर्फ गुड्डू सिन्हा अवैध हथियार कारोबार में फंडिंग करता था, जबकि मुखिया मुन्ना साह अपने घर पर हथियार का निर्माण कार्य करवाता था. गौरतलब है कि जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत हरखार पंचायत के मुखिया मुन्ना साह के घर से पुलिस ने अवैध मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया था. इसे लेकर गुरुवार को एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की विस्तृत जानकारी दी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुखिया के इस गोरखधंधे में जमुई के ही कल्याणपुर निवासी अमित कुमार उर्फ गुड्डू सिन्हा की भी बड़ी भूमिका थी, जो न केवल इस धंधे के लिए फंडिंग करता था, बल्कि हथियार बनाने के लिए कारीगरों को पश्चिम बंगाल व मुंगेर से हायर भी करता था.
छापेमारी में पांच लोगों को किया गया था गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि मुखिया के रोपाबेल स्थित घर, गरही बाजार के एक वेल्डिंग दुकान व कल्याणपुर स्थित अमित के घर पर की गयी छापेमारी में तीन मिनी गन फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया गया. कार्रवाई के दौरान पांच लोगों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया, इनमें मुखिया मुन्ना साह का भतीजा धर्मवीर साह भी शामिल है. अन्य गिरफ्तार कारीगरों में पश्चिम बंगाल के बैरकपुर निवासी मो गाजी व बिसमिल्ला अली, तथा मुंगेर के बर्घा गांव निवासी मो खुर्शीद आलम व मो जहीर आलम का नाम शामिल है. छापेमारी में पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध हथियार और निर्माण सामग्री बरामद की है. जब्त सामान में 10 सेट पिस्टल, दो मेड पिस्टल, 15 अर्धनिर्मित पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस, एक लेथ मशीन, दो बेस मशीन, एक ड्रिल मशीन, चार बट प्लेट, एक वेल्डिंग मशीन और अन्य औजार शामिल हैं. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार पांचों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मुखिया मुन्ना साह तथा अमित सिन्हा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
हथियार तस्करी मामले में और भी खुलासा होना संभव
एसपी ने कहा कि दोनों की गिरफ्तारी के बाद अवैध हथियार तस्करी से जुड़े और भी बड़े खुलासे संभव हैं. पुलिस तकनीकी निगरानी व स्रोतों की मदद से इनके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है. यह भी आशंका जतायी जा रही है कि इस नेटवर्क का संपर्क अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोहों से हो सकता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में छापेमारी टीम के प्रमुख एसडीपीओ सतीश सुमन सहित डीआइयू प्रभारी विकास कुमार, खैरा थानाध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह, नगर थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, गरही थानाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार, पीटीसी किशन कुमार व मनोज कुमार भी मौजूद थे.
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