फॉलोअप: 31 लाख रुपये की निकासी की कर रहे थे जांच, रोकने को लेकर रची गयी थी हमले की साजिश

पुलिस ने बीपीआरओ पर हुए हमले के मामले में तीन लोगों को किया गिरफ्तार, शेष हमलावरों की कर ली गयी है पहचान

By Prabhat Khabar Print | May 25, 2024 6:37 PM

पुलिस ने बीपीआरओ पर हुए हमले के मामले में तीन लोगों को किया गिरफ्तार, शेष हमलावरों की कर ली गयी है पहचानफोटो 6 गिरफ्तार हमलावरों के साथ झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार व अन्य.

खैरा. सोनो प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी (बीपीआरओ) उपेंद्र कुमार वर्मा पर हुए हमले के मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में 31 लाख रुपये की निकासी मामले की जांच को लेकर बीपीआरओ पर यह हमला किया गया है. इस मामले में पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार भी कर लिया है, अन्य हमलावरों की भी पहचान कर ली गयी है. गौरतलब है कि शुक्रवार को सोनो प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी उपेंद्र कुमार पर अपराधियों ने उस वक्त हमला कर दिया था जब वे अपने कार्यालय का काम खत्म कर जमुई स्थित अपने आवास जा रहे थे. इस दौरान जब खैरा थाना क्षेत्र के केंदुआ पेट्रोल पंप के पास से गुजर रहे थे, तभी 8 से 10 की संख्या में हमलावरों ने उनकी गाड़ी का रास्ता रोक दिया. गाड़ी रोकने पर उन्हें गाड़ी से खींचकर उन पर हमला कर दिया. इस हमले में बीपीआरओ को गंभीर चोट आयी थी. घटना को लेकर बीपीआरओ उपेंद्र कुमार वर्मा ने खैरा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. थाना कांड संख्या 205/24 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी थी. पुलिस ने इस घटनाक्रम का उद्भेदन करते हुए इसमें शामिल तीन हमलावरों को सोनो से गिरफ्तार किया है. झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने सोनो निवासी ऋषि कुमार पिता सत्येंद्र राय, आशीष रंजन उर्फ गांधी पिता मुकेश सिंह तथा प्रिंस कुमार पिता प्रमोद राय को गिरफ्तार किया है.

वीडियो से पहचान कर पुलिस ने की कार्रवाई:

गौरतलब है कि बीपीआरओ उपेंद्र कुमार वर्मा पर हमले का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसके आधार पर पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया है. झाझा एसडीपीओ ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने मेरे नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया था. टीम में सोनो थानाध्यक्ष दीनानाथ सिंह, झाझा थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह तथा खैरा थानाध्यक्ष शशि भूषण कुमार को भी शामिल किया गया था. उन्होंने बताया कि वीडियो के आधार पर सभी हमलावरों की पहचान की गयी तथा तकनीकी अनुसंधान की सहायता से पूरे मामले का उद्भेदन कर लिया गया है. एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस ने इस घटना में शामिल तीन व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. उनसे जब पूछताछ की गयी तब उन्होंने इस पूरी घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली.

31 लाख रुपये की निकासी से जुड़ा हुआ है पूरा मामला:

एसडीपीओ ने बताया कि यह पूरा मामला 31 लाख रुपये की निकासी से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि घटना को लेकर प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी (बीपीआरओ) उपेंद्र कुमार वर्मा ने पुलिस को बताया था कि सोनो पंचायत की वर्तमान मुखिया रेखा देवी तथा पंचायत सचिव रामस्वरूप सिंह के द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर कर वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 31 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी थी. बीपीआरओ द्वारा इस मामले की जांच की जा रही थी तथा इस निकासी के विरुद्ध उनके द्वारा दस्तावेज की मांग की गयी थी. इसे लेकर पंचायत सचिव एवं मुखिया काफी आक्रोशित थे. इसी जांच को रोकने के लिए सोची-समझी साजिश के तहत उन पर हमला कराया गया. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में मुखिया और पंचायत सचिव की भूमिका की भी जांच की जा रही है. छापेमारी दल में जिला आसूचना इकाई जमुई एवं संबंधित थाना के सशस्त्र बल भी शामिल थे.

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