जमुई के शैलेश ने वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स में जीता स्वर्ण, बनाया नया चैंपियनशिप रिकॉर्ड
नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में जमुई के लाल शैलेश कुमार ने भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है.
– परिजन सहित पूरे गांव में खुशियों का माहौल, माता पिता ने सीएम को कहा धन्यवाद जमुई. नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में जमुई के लाल शैलेश कुमार ने भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है. शैलेश ने पुरुषों की ऊंची कूद टी63/42 श्रेणी में 1.91 मीटर की छलांग लगाकर न सिर्फ अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सुधारा, बल्कि नया चैंपियनशिप रिकॉर्ड भी बना दिया. इस प्रतियोगिता में भारत की तरफ से यह पहला गोल्ड मेडल है. मूल रूप से अलीगंज प्रखंड के इस्लामनगर गांव निवासी शैलेश एक साधारण किसान परिवार से आते हैं. उनका घर आज भी बिना प्लास्टर की दीवारों वाला है, लेकिन मेहनत और लगन से उन्होंने साबित कर दिया कि सपनों को पंख दिए जा सकते हैं. शैलेश के पिता शिवनंदन यादव किसान हैं और खेती-बाड़ी व पशुपालन से परिवार का भरण-पोषण करते हैं. उन्होंने बताया कि बेटे ने स्वर्ण पदक जीतने की जानकारी उन्हें सीधे नहीं दी. शैलेश ने दिल्ली से फोन कर सबसे पहले अपनी मां को यह खुशखबरी सुनायी. पिता ने कहा कि फोन से पता चला कि बेटा देश के लिए गोल्ड मेडल जीत चुका है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शैलेश को 75 लाख रुपये की पुरस्कार राशि देने की घोषणा पर पिता का कहना है कि यह पूरे परिवार के लिए गर्व और खुशी का क्षण है. शैलेश के पिता ने कहा कि शैलेश बचपन से दिव्यांग रहा है, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी. वह घर से स्कूल जाने के लिए निकलता था, लेकिन स्कूल की बजाय खेलने चला जाता था. शुरुआत में इस पर चिंता हुई, पर जब उसने खेलों में बेहतर प्रदर्शन करना शुरू किया तो परिवार ने उसका पूरा उत्साह बढ़ाया. पिता ने बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर बेटे को अलग-अलग जगहों पर ट्रेनिंग दिलायी. आज उसके स्वर्ण पदक की चमक ने न केवल परिवार बल्कि पूरे जमुई और बिहार का नाम रोशन कर दिया है. गौरतलब है कि इस से पहले भी शैलेश कई प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके हैं. फरवरी 2025 में चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय पैरा ओलंपिक खेलों में उन्होंने रजत पदक जीता था. इससे पहले शैलेश 2024 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए पैरा ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. हालांकि, वहां वह पदक नहीं जीत पाए थे, लेकिन उनके प्रदर्शन ने सभी का ध्यान खींचा था.
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