जम्मू-कश्मीर के मंदिर-मठ पर हमारा कब्जा दे सरकार, करेंगे विकास : कैलाशानंद
जमुई में चार दिवसीय प्रवास पर हैं निरंजनी पीठाधीश्वर कैलाशानंद जी महाराज
जमुई.
निरंजनी अखाड़ा के प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि जी महाराज बिहार प्रवास पर हैं और चार दिनों से जमुई जिले के सिमुलतला में स्थित अपने आश्रम में रुके हुए हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के सभी मंदिर और मठ को सरकार संतों के कब्जे में दे, ताकि हम उसका विकास कर सकें. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में दशनामी संत जम्मू-कश्मीर जाकर प्रवास करेंगे. एक पूरे अखाड़े के संत वहां जाकर सनातन संस्कृति की दिशा में कार्य करेंगे. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मंदिरों और मठों के संरक्षण एवं विकास को लेकर उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की है. उन्होंने मांग की है कि जितने भी मंदिर और मठ पर सरकारी, गैर सरकारी या अवैध कब्जा है, उन्हें मुक्त कराया जाये और संतों को सौंपा जाये. ताकि उनका पुनरुद्धार और विस्तार किया जा सके.मंदिरों के विकास से होता है राज्य का विकास
आचार्य कैलाशानंद गिरि जी ने कहा कि मंदिरों के विकास से सिर्फ सनातन संस्कृति को ही नहीं, राज्य को भी आर्थिक लाभ होता है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पहले काशी विश्वनाथ से लाखों की आय होती थी, लेकिन काशी कॉरिडोर बनने के बाद अब वहां से हजारों करोड़ों की कमाई हो रही है. इसी तरह राम मंदिर से भी उत्तर प्रदेश को भारी राजस्व मिलता है. उन्होंने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर के मंदिरों को विकसित किया गया, तो वहां भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी.भारत ने पाकिस्तान पर दिखायी दया, पर पाकिस्तान दया के काबिल नहीं
आचार्य कैलाशानंद गिरि जी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई को बंद नहीं किया है, यह केवल कुछ समय के लिए कम किया गया है. अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को समर्थन देना बंद नहीं करता, तो आने वाले समय में और कड़ी कार्रवाई होगी. उनका बयान ऐसे समय में आया है जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ है और भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय दबाव को देखते हुए पाकिस्तान पर दया दिखायी है, लेकिन पाकिस्तान दया के लायक नहीं है. भारत को सख्त रुख अपनाए रखना चाहिए.
नेपाल में चीन का बढ़ता जा रहा दखल, भारत को करनी चाहिए मदद
कैलाशानंद गिरि महाराज ने नेपाल प्रवास के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि नेपाल में चीन धीरे-धीरे कब्जा करता जा रहा है. उन्होंने कहा कि नेपाल हिंदू बहुल राष्ट्र है, लेकिन वहां चीन की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं. उन्होंने इसे गंभीर चिंता का विषय बताया और कहा कि वे इस बारे में भारत के गृहमंत्री से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि नेपाल भारत का छोटा भाई है और भारत को उसकी मदद करनी चाहिए.
मोदी ही रहें प्रधानमंत्री, उम्र सीमा बढ़ाने की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि मोदी ही देश के प्रधानमंत्री बने रहें. उन्होंने भाजपा के 75 वर्ष की उम्र सीमा वाले नियम में बदलाव की मांग की. उन्होंने कहा कि यह सीमा 85 वर्ष की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति को बल देने के लिए मोदी जैसे नेतृत्व की आवश्यकता है. अहिल्याबाई होल्कर ने मंदिरों के पुनरुद्धार के लिए जो काम किया था, अब वैसा ही कार्य मोदी सरकार कर रही है. अगर सनातन संस्कृति नहीं बचेगी, तो साधु-संतों का भी कोई महत्व नहीं रहेगा.
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