गौ माता ही नहीं बचेगी, तो सनातन धर्म कहां से बचेगा : अविमुक्तेश्वरानंद
मुख्यालय स्थित शिल्पा विवाह भवन में ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने पत्रकारों को संबोधित किया.
जमुई . मुख्यालय स्थित शिल्पा विवाह भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि एक पार्टी ने 60 वर्षों तक तुष्टिकरण का काम किया, उसे हटाकर हमने दूसरी पार्टी को लाया. उसने कहा था कि हमें 60 महीने दे दो हम गौ हत्या रोक कर दिखायेंगे. इस हिसाब से कितने साल हो गये, लेकिन गौ हत्या रुकने के बजाय जस की तस कायम है. उन्होंने कहा कि संविधान को हाथ में लेकर घूमने वाले को संविधान पढ़ना भी चाहिए. उन्होंने कहा कि धारा 48 में लिखा हुआ है कि गौ माता की हत्या को रोका जायेगा तथा उनका संरक्षण तथा संवर्धन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि बिहार में मूल रूप से तीन नस्ल की गाय पायी जाती थी. 2013 में उनकी संख्या लगभग सात लाख थी. आज सरकारी आंकड़ों के अनुसार, उनकी संख्या हजार में है तो यह की गायें कहां चली गयीं. उन्होंने कहा कि अब हमें किसी पार्टी से उम्मीद नहीं है इसलिए राजनीति में सनातनियों को लाने का निश्चय हमने किया है. उन्होंने कहा कि इस देश में कम्युनिस्ट है, पूंजीवादी है लेकिन सनातनियों की राजनीति करने वाला कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि वह समय गया, जब हम सोचते थे की राजनीति से हमें क्या मतलब है. हमें घर में धर्म का पालन करना है. लेकिन अगर गौ माता ही नहीं बचेगी तो सनातन धर्म कहां से बचेगा. उन्होंने कहा कि कोई हिंदू बिना गोत्र का नहीं होता है. गोत्र का मतलब होता है गौ को त्राण दिलाने वाला. उन्होंने कहा कि संविधान की धारा 20 और 23 पढ़ो जिसमें कहा गया है की सभी धर्म की आस्था और विश्वास का ख्याल रखा जायेगा तो क्या गौ माता सनातनियों की आस्था और विश्वास का केंद्र नहीं है. उन्होंने कहा कि अब हम हर किसी से ना उम्मीद हो चुके हैं. इसलिए सनातनियों को राजनीति में लाने का संकल्प लिया है. मौके पर शंकराचार्य के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेंद्र योगिराज सरकार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.
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