अब मानसिक रोगियों को भी मिलेगी पेंशन

गोपालगंज : अब मानसिक रोगियों को जांच कराने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है. सदर अस्पताल में मानसिक रोगियों की काउंसेलिंग शुरू हो गयी है. काउंसेलिंग के बाद इलाज के साथ-साथ पेंशन योजना की राशि भी मिलेगी. अबतक एक हजार मानसिक रोगियों की काउंसेलिंग हो चुकी है. इनमें से कई रोगियों का इलाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2016 6:14 AM

गोपालगंज : अब मानसिक रोगियों को जांच कराने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है. सदर अस्पताल में मानसिक रोगियों की काउंसेलिंग शुरू हो गयी है. काउंसेलिंग के बाद इलाज के साथ-साथ पेंशन योजना की राशि भी मिलेगी. अबतक एक हजार मानसिक रोगियों की काउंसेलिंग हो चुकी है. इनमें से कई रोगियों का इलाज बड़े अस्पतालों में नि:शुल्क किया जा रहा है. व्यक्ति परिवार सामाजिक परामर्श उपचार केंद्र के साइकेट्ररी वर्कर श्रीकांत पवार ने बताया कि सदर अस्पताल के ओपीडी कक्ष में मानसिक रोगियों के लिए अलग कक्ष बनाया गया है.

रजिस्ट्रेशन कराने के बाद काउंसेलिंग की जायेगी. काउंसेलिंग के बाद रोगियों को बेहतर इलाज के लिए कोइलवर मानसिक अस्पताल, पीएमसीएच, रांची मेंटल हॉस्पिटल भेजा जायेगा. सदर अस्पताल में मानसिक रोगियों की जांच के लिए चिकित्सक नहीं हैं. चिकित्सक समेत आठ कर्मियों के पद रिक्त हैं. प्रचार-प्रसार के अभाव में मानसिक रूप से ग्रसित मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं.

विकलांगता की श्रेणी में मानसिक रोगी : मानसिक रूप से बीमार रोगी विकलांगता की श्रेणी में आते हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मानसिक रूप से ग्रसित मरीजों का रजिस्ट्रेशन होने के साथ ही पेंशन योजना के लिए राष्ट्रीय मानसिक अस्पताल के नोडल इंस्टीट्यूट में भेज दिया जाता है.
पंचायत स्तर के अधिकारियों से सत्यापन होने के बाद विकलांगता की श्रेणी में आते हैं. इन्हें विकलांगों की तरह पेंशन मिलती है.