बच्ची लेकर भागी महिला बहुत देर से कर रही थी रेकी

पिता को मोबाइल देखना पड़ गया महंगा, बच्ची को लेकर आराम से अस्पताल के बाहर निकल गयी महिला

By JITENDRA MISHRA | October 22, 2025 6:18 PM

गया जी.

अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के मेडिसिन ओपीडी से छह माह के बच्ची लेकर भागी महिला बहुत देर से बच्ची के पिता का रेकी कर रही थी. सीसीटीवी फुटेज को देखने पर पता चल जाता है कि महिला पहले यह भीड़ को यहां पर किसी गलत काम में नहीं आने का विश्वास दिलाने के लिए बहुत देर तक मरीजों के कतार में बैठी व खड़ी रही. इस दौरान महिला बच्ची के पिता को रेकी कर रही थी. गाइनी ओपीडी के पास बैठे एक पुरुष को देख कर हंसी और हाथ हिलायी. बच्ची के पिता बाहर में बच्ची को लेकर खड़े थे. बच्ची के पिता सुदर्शन दास ने बताया कि महिला जब बच्ची को देखकर हंसी, तो बच्ची उसकी गोद में जाने लगी. बच्ची को महिला गोद में लेकर खेलाने लगी. बच्ची को लेकर जाते वक्त मेडिसिन ओपीडी से गेट तक बच्ची के पिता पर नजर महिला बनाये हुए थी. ताकि, पिता की नजर न पड़ जाये. ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर होते हुए बच्ची को लेकर महिला बाहर निकल गयी है.

मोबाइल देखने में व्यस्त था पिता

अस्पताल में पत्नी को दिखाने पहुंचा युवक मोबाइल में ही व्यस्त सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है. इतना ही नहीं अपने बच्ची का भी वीडियो ओपीडी के कुर्सी पर बैठ कर बनाया है. महिला को बच्ची देकर फिर से उसका पिता मोबाइल देखने में व्यस्त हो गया. पत्नी जब डॉक्टर से दिखाकर बाहर निकल कर पति से बच्ची के बारे में पूछी, तो पिता का ध्यान बच्ची पर गया. तब तक महिला बच्ची को लेकर फरार हो चुकी थी.

पहले भी हो चुकी है यहां घटना

अस्पताल के बच्चा वार्ड के पास एक परिजन अपने नवजात को टीका दिलाने के लिए 11 अक्तूबर 2019 को लायी. यहां पर एक महिला परिजन को चकमा देकर नवजात को लेकर फरार हो गयी. उस वक्त भी अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में महिला के रेकी करते हुए वीडियो सामने आया था. करीब सात दिन बाद एक महिला को गिरफ्तार कर पुलिस ने पूछताछ की उसके बाद बच्चे को बेचने का मामला सामने आया. आठवां दिन बच्चे को पुलिस ने बरामद कर लिया था. इससे पहले भी नवजात के चोरी होने की घटना यहां हो चुकी है. यह मामला अब तक न्यायालय में चल रहा है.

पहले की घटना से लोग नहीं हुए सतर्क

अस्पताल प्रशासन की ओर से हर जगह चेतावनी के तौर पोस्टर लगाया है कि किसी अनजान से संपर्क में न आयें. किसी को पैसा नहीं दे. छोटे बच्चे पर नजर बनाये रखें. अस्पताल प्रशासन के इस कोशिश के बाद भी लोग हर बार अनदेखी कर देते हैं. इससे पहले भी दो बार परिजन के लापरवाही के चलते ही बच्चे को गायब किया गया था. अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि ओपीडी में कम-से-कम दो हजार से अधिक लोग चालू के वक्त मौजूद रहते हैं. इतनी भीड़ में लोगों को सतर्क रहना चाहिए.

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष

मगध मेडिकल थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि बच्ची का पता नहीं चल सका है. महिला की खोज सीसीटीवी फुटेज के आधार पर किया जा रहा है. पुलिस की कोशिश है कि जल्द-से-जल्द बच्ची को रिकवर कर लिया जाये.

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