कौशल शिक्षा पर आधारित नुक्कड़ नाटक का मंचन
एमयू में विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने के महत्व को रचनात्मक ढंग से किया प्रस्तुत
एमयू में विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने के महत्व को रचनात्मक ढंग से किया प्रस्तुत वरीय संवाददाता, बोधगया. मगध विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रकोष्ठ एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं कौशल शिक्षा पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. इस नाटक का मुख्य उद्देश्य छात्रों में कौशल आधारित शिक्षा, व्यावहारिक अधिगम और समग्र विकास की भावना को प्रोत्साहित करना था. प्रस्तुति ने शिक्षा प्रणाली में आये परिवर्तनों और छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने के महत्व को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया. नाटक में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों यथा अंग्रेजी, संस्कृत, शिक्षा, इतिहास, वनस्पति विज्ञान, राजनीति विज्ञान, फिजियोथैरेपी और हिंदी विभाग के विद्यार्थियों ने भाग लिया. मुख्य प्रतिभागियों में प्रिंस अमन, बादल कुमार, साहिल राज, सुमित कुमार, शुभम कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुरुचि कुमारी, सृष्टि रंजन, शिल्पी कुमारी, रितु कुमार रंजन, निकिता नंदिनी, अभिषेक कुमार, चंदन कुमार, सुजीत कुमार, नीतीश कुमार, मोहित कुमार अग्रवाल, आशीष शंकर, सौरभ कुमार, प्रिया सलोनी, अंकुश राज, कुंदन कुमार व खुशी शामिल रहे. प्रतिभागियों ने अपनी उत्कृष्ट अभिनय क्षमता, अभिव्यक्ति और विषय की गहराई को मंच पर बखूबी प्रस्तुत किया. उनकी प्रभावशाली प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा कौशल आधारित शिक्षा के मूल संदेश को जनमानस तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. कार्यक्रम में ये रहे शामिल इस कार्यक्रम के दौरान एनइपी समन्वयक डॉ प्रियंका सिंह, सारथी समन्वयक डॉ एकता वर्मा, प्रो मुकेश कुमार, कार्यक्रम की संयोजक तथा सारथी मेंटर्स डॉ ममता मेहरा तथा सारथी के मेंटर्स डॉ कविता कुमारी, डॉ वंदना, डॉ दीपशिखा पांडे के साथ डॉ दिव्या मिश्रा व डॉ संजय उपस्थित रहे. कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
