बाबा मोटर्स के वर्कशॉप में छापेमारी, 28 वाहन जब्त
फर्जी तरीके से वाहनों की खरीद-बिक्री करने वाला गिरोह पर चला पुलिस का डंडा
फर्जी तरीके से वाहनों की खरीद-बिक्री करने वाला गिरोह पर चला पुलिस का डंडा
नंबर प्लेट, चेचिस नंबर एवं वाहनों के पार्ट-पुर्जे को बदलकर अवैध रूप से खरीद-बिक्री करने का मामला
बाबा मोटर्स के यार्ड व शोरूम में छापेमारी के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा
प्रतिनिधि, शेरघाटी़
गया पुलिस ने आमस थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की है़ फर्जी तरीके से नंबर प्लेट, चेचिस नंबर व पार्ट-पुर्जे को बदलकर अवैध रूप से वाहनों की खरीद-बिक्री करने के मामले में 28 वाहनों जब्त किया है. सोमवार को प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी आइपीएस अधिकारी सह एएसपी शैलेंद्र सिंह ने दी. उन्होंने कहा कि दो जून 2025 को आमस थाना को गुप्त रूप से सूचना मिली कि बाबा मोटर्स के संयोजक एवं उनके सहयोगी बड़े पैमाने पर चोरी के वाहनों के इंजन व चेचिस नंबर बदलकर और रि-पंचिंग कर पार्ट्स-पुर्जे की अदला-बदली करके फर्जी नंबर प्लेट का उपयोग कर अवैध रूप से वाहनों की खरीद-बिक्री कर रहे हैं. वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अकौना मोड़ से करीब 200 मीटर पश्चिम एनएच-2 के दक्षिणी लेन में स्थित बाबा मोटर्स के यार्ड और हमजापुर इमामगंज मोड़ के पास स्थित बाबा मोटर्स के वर्कशॉप में छापेमारी की गयी. छापेमारी के क्रम में यार्ड से 26 बड़ी गाड़ियां चालू व खराब अवस्था में मिली. वहीं, दो बड़ी गाड़ियां बाबा मोटर्स के वर्कशॉप के पास खड़ी थीं, उसको भी जब्त किया गया. इस प्रकार कुल 28 गाड़ियां बरामद की गयीं. इस संबंध में आमस थाना में मामला दर्ज कर गाड़ियों की जांच व सत्यापन के लिए कार्रवाई प्रारंभ की गयी. जांच के दौरान बाबा मोटर्स के संचालक व सहयोगी को बरामद वाहनों के दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए मोबाइल नंबर पर संपर्क कर कहा गया. उन्होंने जल्द ही सभी वाहनों के कागजात प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया़ इसके बाद में मोबाइल स्विच ऑफ कर वे लोग फरार हो गये. तत्पश्चात पुलिस ने बाबा मोटर्स के संयोजक एवं सहयोगियों को आमस थाना से कागज प्रस्तुत करने के लिए विधिवत नोटिस भेजा है.आमस थाने में प्राथमिकी दर्ज
सहायक पुलिस अधीक्षक ने जिला परिवहन पदाधिकारी गया से संपर्क के पश्चात टाटा मोटर्स के ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर के जनरल मैनेजर को जांच के लिए प्रतिवेदन भेजा. इसके बाद टाटा मोटर्स के सर्विस सेंटर की ओर से सभी बरामद गाड़ियों की जांच इसीएम (इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल मॉडल) के आधार पर करायी गयी, जिसमें आठ गाड़ियों का इंजन व चेचिस नंबर इसीएम के आधार पर मैच नहीं हुआ, जबकि शेष वाहनों के स्वामित्व का दावा करने के लिए संयोजक व सहयोगियों की ओर से अब तक कोई वैध कागजात नहीं जमा किया गया है. इससे चोरी गयी गाड़ियां होने का संदेह है़ उन्होंने कहा कि बरामद सभी गाड़ियों के सत्यापन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया है़ इस मामले को लेकर आमस थाना में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसकी कांड संख्या 178/25 है. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व बाबा मोटर्स के संयोजक व सहयोगियों के खिलाफ झारखंड के चाईबासा के झीकापानी थाने में मुकदमा दर्ज है, जिसकी कांड संख्या 23/24 है. पुलिस इस मामले में संलिप्त आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
