फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले में नाइट ब्लड सर्वे की तैयारी शुरू
शरीर में माइक्रोफाइलेरिया परजीवी की मौजूदगी का लगाया जाता है पता
गया जी. जिला में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए जल्द ही नाइट ब्लड सर्वे किया जायेगा. नाइट ब्लड सर्वे से फाइलेरिया ग्रसित लोगों का पता चल सकेगा. नाइट ब्लड सर्वे में माइक्रो फाइलेरिया परजीवी की मौजूदगी का पता लगाया जाता है. इसके बाद सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जायेगा. सर्वजन दवा सेवन अभियान में आमजन को फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराया जायेगा. इसे लेकर डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की बैठक भी की गयी है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमइ हक ने बताया कि शहर के जेपीएन अस्पताल स्थित सभागार में सिविल सर्जन डॉ राजाराम प्रसाद की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की बैठक की गयी है. उन्होंने बताया कि शेरघाटी, आमस, परैया, इमामगंज, फतेहपुर, गुरारू, बेलागंज, मोहरा, गुरुआ, खिजरसराय, बाराचट्टी, डोभी, बांकेबाजार, मोहनपुर, टनकुप्पा, डुमरिया सहित अंबेडकर नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रामसागर, कटारी हिल, घुघरीटांड, डेल्हा एवं भुसंडा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले क्षों में नाइट ब्लड सर्वे किया जाना है. उन्होंने बताया कि इन जगहों पर वर्ष 2024 में दो साइट पर नाइट ब्लड सर्वे किया गया था जिसमें माइक्रोफाइलेरिया दर एक प्रतिशत या उससे अधिक पाई गयी थी. इसलिए नाइट ब्लड सर्वे गतिविधि के लिए दो साइटों का पुन: चयन किया गया है. इनमें एक सेनिटल और एक रैंडम साइट होगा. प्रत्येक साइट से रात के समय तीन-तीन सौ स्लाइड यानि छह सौ स्लाइड लेना है.
लोगों से रक्त की जांच कराने की अपील
सिविल सर्जन ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे के लिए लोगों में जागरूकता लाने का काम किया जा रहा है. सभी लोगों से अपील है कि नाइट ब्लड सर्वे में हिस्सा लेकर रक्त की जांच जरूर करायें ताकि फाइलेरिया के माइक्रोपरजीवी का प्रारंभिक चरण में ही पता चल सके। इसके बाद माइक्रोफाइलेरिया की रोकथाम के लिए दवा का सेवन जरूर करें. फाइलेरिया एक गंभीर रोग है और फाइलेरिया होने के बाद यह ठीक नहीं हो सकता है. इस पर रोकथाम के लिए सरकार की ओर से सवर्जन दवा सेवन के तहत दवा खिलायी जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
