शेरघाटी विधानसभा में तीन ब्लॉक प्रमुखों का नॉमिनेशन रद्द, क्षेत्र में चर्चा का विषय बना
शेरघाटी प्रखंड प्रमुख नरेश कुमार, डोभी प्रखंड प्रमुख सुनीता देवी व आमस प्रखंड प्रमुख मसीह उजमा खान ने नामांकन दाखिल किया था
शेरघाटी. शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में इस बार चुनावी तैयारियों के बीच तीन ब्लॉक प्रमुखों का नॉमिनेशन रद्द हो जाना इलाके में चर्चा का विषय बन गया है. शेरघाटी प्रखंड प्रमुख नरेश कुमार, डोभी प्रखंड प्रमुख सुनीता देवी व आमस प्रखंड प्रमुख मसीह उजमा खान ने नामांकन दाखिल किया था. लेकिन, नामांकन पत्रों में पायी गयी त्रुटियों के कारण तीनों प्रमुखों का नॉमिनेशन रद्द हो गया. नरेश कुमार और सुनीता देवी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया था, जबकि मसीह उजमा खान ने जनशक्ति जनता दल के टिकट पर नामांकन किया था. नामांकन के दौरान क्षेत्र में राजनीतिक हलचल और कार्यकर्ताओं की सक्रियता देखने को मिली. मंगलवार को स्क्रुटनी के दौरान नॉमिनेशन रद्द होने के बाद स्थानीय लोगों और समर्थकों के बीच विभिन्न चर्चा तेज हो गयी हैं. लोग यह जानने में रुचि दिखा रहे हैं कि अब तीनों प्रमुख अपने राजनीतिक करियर के लिए अगला कदम क्या उठायेंगे. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नॉमिनेशन रद्द होने से क्षेत्र में चुनावी समीकरण प्रभावित हो सकते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां ये प्रमुख काफी प्रभाव रखते हैं. शहर और प्रखंडों में चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्रक्रिया और नियमों का पालन किया गया है. इसके तहत नामांकन पत्र में किसी भी प्रकार की त्रुटि या दस्तावेज में कमी होने पर उसे रद्द किया जा सकता है. यही कारण है कि नरेश कुमार, सुनीता देवी व मसीह उजमा खान के नामांकन को अस्वीकार कर दिया गया. सामान्य तौर पर, यह नॉमिनेशन रद्द होने की घटना शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गतिविधियों को और तेज कर सकती है और आगामी चुनाव के नतीजों पर इसका असर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है.
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