Gaya News : हरितालिका तीज पर साड़ियों की खरीदारी से गुलजार हुए बाजार
Gaya News : पति की लंबी उम्र और घर-परिवार की सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाने वाला हरितालिका तीज व्रत इस बार 26 अगस्त को मनाया जायेगा.
गया जी. पति की लंबी उम्र और घर-परिवार की सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाने वाला हरितालिका तीज व्रत इस बार 26 अगस्त को मनाया जायेगा. जैसे-जैसे तिथि नजदीक आ रही है, व्रत से जुड़े कारोबार में तेजी देखी जा रही है. सबसे अधिक रौनक साड़ियों के कारोबार में देखने को मिल रही है. बाजार में अलग-अलग किस्म की साड़ियां उपलब्ध हैं, लेकिन महिलाओं की पहली पसंद सिल्क और चंदेरी साड़ियां बनी हुई हैं. इनके अलावा डोला, एमओ, लिलेन और कॉटन जैसी साड़ियों की बिक्री भी ठीक-ठाक हो रही है. दोपहर बाद बाजारों में महिलाओं की आवाजाही बढ़ने से चहल-पहल और भी बढ़ जाती है. महिलाएं अपनी आर्थिक क्षमता और पसंद के अनुसार साड़ियों की खरीदारी कर रही हैं. साड़ियों के अलावा सोना-चांदी और तीज व्रत से जुड़े अन्य सामानों की बिक्री भी तेज हो गयी है. बताया जाता है कि महिलाएं नये कपड़े पहनकर पूजा-अर्चना व उपवास करती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं.
चार हजार तक की साड़ियों की सबसे अधिक मांग
साड़ियों के कारोबारी प्रवीण मोर ने बताया कि इस बार दामों में कोई वृद्धि नहीं हुई है. बाजार में साड़ियों की कीमत एक हजार से आठ हजार रुपये प्रति पीस तक है. लेकिन अधिकतर महिलाएं चार हजार रुपये तक की साड़ियों को ही प्राथमिकता दे रही हैं. उन्होंने बताया कि हरितालिका तीज को लेकर साड़ियों का कारोबार इस बार खासा बेहतर चल रहा है.
गहनों और पूजन सामग्री की भी जबरदस्त मांग
साड़ियों के बाद गहनों की खरीदारी भी जोर पकड़ चुकी है. सोना-चांदी की अंगूठियां, पायल, बिछिया, चूड़ी और मांगटीका की बिक्री में इजाफा हुआ है. ज्वेलरी दुकानों में महिलाओं की भीड़ लगी रहती है. दुकानदारों के अनुसार, महिलाएं अपनी क्षमता के अनुसार हल्के-फुल्के गहनों से लेकर सोने की ज्वेलरी तक खरीद रही हैं. वहीं, पूजा सामग्रियों की भी मांग बढ़ गयी है. बाजार में मिट्टी की बनी शिव-पार्वती की मूर्तियां, पूजा की थाली, कलश, घड़ा, लोटा, चुनरी, मेहंदी, शृंगार सामग्री और मिठाइयां खूब बिक रही हैं. फूल बाजार में भी भीड़ उमड़ रही है. व्यापारियों का कहना है कि साड़ी, गहनों और पूजा सामग्रियों की संयुक्त खरीदारी से इस बार कारोबार पिछले सालों की तुलना में कहीं बेहतर है. महिलाओं की बढ़ती भीड़ से बाजार पूरी तरह तीजमय हो उठा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
