मेक इन इंडिया पहल में योगदान देगी डॉ रोहित रंजन शाही की खोज
गया न्यूज : सीयूएसबी के डॉ रोहित रंजन शाही का शोध पेटेंट कार्यालय की पत्रिका में प्रकाशित
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सीयूएसबी के डॉ रोहित रंजन शाही का शोध पेटेंट कार्यालय की पत्रिका में प्रकाशित
वरीय संवाददाता, गया
दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के डॉ रोहित रंजन शाही व उनके शोधार्थियों शशिकांत महापात्रा व प्रियंका सिंह के उन्नत सॉफ्ट मैग्नेटिक मेटेरियल पर नवीनतम शोध पर आधारित पेटेंट को कोलकाता पेटेंट कार्यालय ने प्रकाशन के लिए स्वीकृत किया है. हाइ इलेक्ट्रिकल रेजिस्टिविटी, बेहतरीन जंग प्रतिरोध और इसके निर्माण की विधि वाले सॉफ्ट मैग्नेटिक हाइ एन्ट्रॉपी एलॉय नैनोपार्टिकल्स शीर्षक के शोध को पेटेंट कार्यालय की आधिकारिक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है, जो सीयूएसबी के भौतिकी विभाग का पहला भारतीय पेटेंट है.सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा, भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो वेंकटेश सिंह, डीन एसपीसीएस प्रो अमिय प्रियम और विभाग के अन्य संकाय सदस्यों ने बहु-कार्यात्मक गुणों वाले चुंबकीय पदार्थों के क्षेत्र में पेटेंट की स्वीकृति के लिए डॉ रोहित और शोधार्थी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. कुलपति प्रो केएन सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि वर्षों की कड़ी मेहनत व समर्पण का परिणाम है और यह हमारे विश्वविद्यालय के विकसित भारत 2047 के प्रति केंद्रित अनुसंधान और विकास में निरंतर समर्पण को दर्शाता है. सीयूएसबी के पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि अप्रैल के पहले सप्ताह में पेटेंट को दाखिल किया गया था, जिसे प्रारंभिक जांच के बाद पेटेंट ऑफिस जर्नल में अंक संख्या 16/2025 के साथ प्रकाशित किया गया है.
विकसित सामग्री बनेगी उपयोगीशोध समूह के लीडर व पेटेंट अन्वेषक (पीआइ) डॉ रोहित रंजन शाही ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि उन्नत नरम चुंबकीय उच्च एन्ट्रॉपी मिश्र धातु नैनोकण उच्च विद्युत प्रतिरोधकता और उत्कृष्ट संक्षरण प्रतिरोध के साथ बेहतर चुंबकीय गुणों का प्रदर्शन करते हैं, जबकि समग्र लागत और संसाधन उपयोग को न्यूनतम करते हुए ट्रांसफाॅर्मर, प्रेरक और अन्य उच्च दक्षता वाले ऊर्जा उपकरणों में उपयोग किये जाने वाले नरम चुंबकीय पदार्थों के डिजाइन और अनुप्रयोग में एक कदम आगे है. उन्होंने कहा कि विकसित सामग्री और इसकी विधि भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों (इवी) के विभिन्न भागों के लिए उपयोगी होगी और भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल में योगदान देगी. इस नवाचार से दक्षता में सुधार, लागत में कमी, प्रदर्शन में वृद्धि और उन्नत नरम चुंबकीय सामग्री की अनूठी क्षमता प्रदान करने की उम्मीद है, जिसका उपयोग भविष्य के इवी के लिए एक आवश्यक घटक के रूप में भी किया जा सकता है.
डिजाइन और विकास बेहद कठिनडॉ शाही ने कहा कि उच्च एन्ट्रॉपी मिश्र धातु नैनोकणों का डिजाइन और विकास बेहद कठिन है और हमने मिश्रधातु नैनोकणों के विकास के लिए लागत प्रभावी ऊर्जा कुशल संश्लेषण विधि को अनुकूलित किया है. इसके अलावा पेटेंट में बल्क मैग्नेटिक हाई एन्ट्रॉपी मिश्र धातु नमूनों के विकास की विधि का भी उल्लेख किया गया है.
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