थाइलैंड के श्रद्धालुओं ने बोधिवृक्ष के नीचे भिक्षुओं से ली दीक्षा
भिक्षुओं को संकल्प अर्पित कर आयोजित की कठिन पूजा
भिक्षुओं को संकल्प अर्पित कर आयोजित की कठिन पूजा
वरीय संवाददाता, बोधगया.
तथागत की ज्ञान स्थली महाबोधि मंदिर स्थित पवित्र बोधिवृक्ष की छांव तले सोमवार को थाईलैंड के श्रद्धालुओं ने भिक्षुओं से दीक्षा ग्रहण कर भिक्षु व भिक्षुणी बनने का संकल्प लिया. अल्प काल के लिए ये सभी भिक्षु व भिक्षुणी के रूप में जीवन यापन करेंगे व तथागत बुद्ध से संबंधित स्थलों का भ्रमण-दर्शन करेंगे. सोमवार को महाबोधि मंदिर में कठिन पूजा का आयोजन किया गया. इसके बाद वरीय भिक्षुओं की ओर से लगभग 35 श्रद्धालुओं को भिक्षु व भिक्षुणी बनने की दीक्षा दी गयी. उल्लेखनीय है कि बौद्ध परंपरा में बौद्ध धर्म को मानने वालों को जीवन में एक मर्तबा बौद्ध भिक्षु व भिक्षुणी के रूप में जीवन यापन करना अनिवार्य माना जाता है. इसके लिए उन्हें वरीय भिक्षुओं से दीक्षा ग्रहण करनी पड़ती है. मुख्य रूप से थाइलैंड में इसका प्रचलन ज्यादा है. इसके तहत भिक्षुणी को सफेद चीवर व भिक्षु को ऑरेंज कलर का चीवर धारण कराया जाता है. यह दीक्षा कार्यक्रम कमोबेश हर दिन महाबोधि मंदिर में आयोजित की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
