Bihar News: एक चिंगारी ने उजाड़ दिया घर! गयाजी में जिंदा जले पति-पत्नी, तीन मासूम हुए अनाथ
Bihar News: गयाजी में मंगलवार देर शाम दर्दनाक हादसा हुआ. घर में लगी आग में पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन मासूम बच्चे अनाथ हो गए. आग से पूरा घर जलकर राख हो गया.
Bihar News: गयाजी जिले में मंगलवार देर शाम दिल दहला देने वाला हादसा हो गया. एक गरीब परिवार की खुशियां पल भर में राख में बदल गईं. चाकंद थाना क्षेत्र के बिथो गांव में एक घर में अचानक आग लगने से पति-पत्नी की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उनके तीन मासूम बच्चे माता-पिता की छांव से हमेशा के लिए वंचित हो गए.
पत्तल बनाने का काम करते थे प्रमोद साव
मृतकों की पहचान सरयू साव के पुत्र प्रमोद साव और उनकी पत्नी के रूप में हुई है. प्रमोद साव घर पर ही पत्तल बनाने का काम करते थे, जिससे किसी तरह परिवार का गुजर-बसर चलता था. मंगलवार की शाम भी घर में रोजमर्रा की तरह काम चल रहा था. इसी दौरान अचानक बिजली से चिंगारी निकली, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया. घर में रखे सूखे पत्तल और अन्य ज्वलनशील सामान की वजह से आग तेजी से फैल गई और पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया.
दूसरे कमरे में थे तीनों बच्चे
ग्रामीणों के अनुसार आग इतनी तेजी से फैली कि प्रमोद साव और उनकी पत्नी को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला. दोनों आग में फंस गए और चीख-पुकार मच गई. वहीं तीनों बच्चे दूसरे कमरे में थे, जो शोर सुनकर मदद के लिए चिल्लाते रहे. बच्चों की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और पानी व बाल्टियों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
जब आग पर काबू पाया गया, तब प्रमोद साव और उनकी पत्नी बुरी तरह झुलस चुके थे. ग्रामीणों का कहना है कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में पूरा घर जलकर राख हो गया और परिवार के सामने अब सिर छुपाने तक की समस्या खड़ी हो गई है.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही चाकंद थानाध्यक्ष शिवम कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने जले हुए घर का मुआयना किया और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कराई. पुलिस ने प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई है, हालांकि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है.
पूरे गांव में मातम का माहौल
हादसे की खबर फैलते ही बिथो गांव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. हर आंख नम थी और पूरे गांव में मातम का माहौल पसरा हुआ है. फिलहाल गांव में प्रशासनिक मदद का इंतजार है और हर किसी की नजर उन बच्चों पर टिकी है, जिनकी जिंदगी एक ही हादसे में पूरी तरह बदल गई.
