चीन में आयोजित ट्रेनिंग कार्यक्रम में सीयूएसबी के शोधार्थी ने लिया हिस्सा
सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा, जियोग्राफी विभाग की अध्यक्षा प्रो किरण कुमारी
By KALENDRA PRATAP SINGH |
October 15, 2025 6:12 PM
फोटो- गया बोधगया 216- अन्य प्रतिभागियों के साथ शोधार्थी शिवम प्रियदर्शी
...
वरीय संवाददाता, गया जी सीयूएसबी के जियोग्राफी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ सोमनाथ बेरा के पर्यवेक्षण में शोध कर रहे शोधार्थी शिवम प्रियदर्शी चीन के चेंगदू में आयोजित 15 दिवसीय आइआरएएलएल (अंतरराष्ट्रीय बड़े भूस्खलन अनुसंधान संघ) स्कूल 2025 कार्यक्रम में शामिल हुए. सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा, जियोग्राफी विभाग की अध्यक्षा प्रो किरण कुमारी व विभाग के अन्य संकाय सदस्यों ने शिवम को दो सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर बधाई दी है. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि बड़े भूस्खलनों का क्षेत्रीय डेटा संग्रह, निगरानी और मॉडलिंग विषय पर आधारित स्कूल के इस वर्ष विशेष 10वीं वर्षगांठ संस्करण का आयोजन अंतरराष्ट्रीय बड़े भूस्खलन अनुसंधान संघ (आइआरएएलएल) द्वारा किया गया था. यह कार्यक्रम चीन के सिचुआन प्रांत के दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय पर्वतीय क्षेत्रों में गहन, क्षेत्र आधारित प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था. डॉ सोमनाथ बेरा ने बताया कि दुनिया भर के पीएचडी छात्रों व शुरुआती करियर वाले शोधकर्ताओं के लिए लक्षित इस दो सप्ताह के कार्यक्रम में 30 घंटे के विशेषज्ञ नेतृत्व वाले व्याख्यान, नौ घंटे के डेटा विश्लेषण सत्र और 55 घंटे का गहन क्षेत्र प्रशिक्षण शामिल था. पाठ्यक्रम में उच्च स्तरीय क्षेत्र जांच, रिमोट सेंसिंग, एआइ व मॉडलिंग टूल्स में व्यावहारिक अनुभव और वैश्विक विशेषज्ञों द्वारा अत्याधुनिक व्याख्यान शामिल थे, जिससे वैज्ञानिक शिक्षा व अंतर सांस्कृतिक आदान-प्रदान दोनों को बढ़ावा मिला. ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान कवर किये गये प्रमुख विषयों में भूकंप और वर्षा से प्रेरित भूस्खलन तंत्र, ढलान की विफलता पर जल विज्ञान नियंत्रण, मलबे के प्रवाह की प्रक्रिया आदि शामिल थे. दादू मोक्सी घाटी, लुडिंग और वेनचुआन में आयोजित फील्ड वर्क घटक ने प्रतिभागियों को वास्तविक दुनिया की परिस्थितियों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन प्रक्रियाओं, उपकरणों और निगरानी तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है