15 महिलाओं के गर्भाश्य ग्रीवा कैंसर की हुई जांच
गर्भाश्य ग्रीव की जांच के लिए कर्मियों को कोल्पोस्कोपी मशीन की मिली ट्रेनिंग
गर्भाश्य ग्रीव की जांच के लिए कर्मियों को कोल्पोस्कोपी मशीन की मिली ट्रेनिंग
महिलाओं में गर्भाश्य ग्रीवा कैंसर की जांच में होगी आसानी
वरीय संवाददाता, गया जी. कैंसर रोगियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग के समन्वय के साथ होमी जहांगीर भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर की इकाई जिले में काम कर रही है. शहर के जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल में रोगियों में कैंसर के संभावित लक्षणों की जांच की जाती है. कैंसर रोगियों की पहचान के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. इस क्रम में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में प्रमंडल स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर से आये ट्रेनर डॉ ज्योत्सना तथा डॉ सूर्या एवं मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्त्री रोग विभाग की डॉ लता शुक्ता ने स्वास्थ्यकर्मियों को कोल्पोस्कोपी पर प्रशिक्षण दिया. इस दौरान गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ एमइ हक तथा मगध प्रमंडल के सभी पांच जिलों से कैंसर स्क्रीनिंग के चिकित्सक, नर्स एवं डाटा ऑपरेटर मौजूद थे. इस दौरान कोल्पोस्कोपी पर प्रशिक्षण में बताया कि यह एक आधुनिक मशीन है. इसके माध्यम से महिलाओं के गर्भाश्य ग्रीवा की जांच की जाती है. इस मशीन की जांच से गर्भाश्य ग्रीवा में कैंसर के लक्षणों को पहचानने की कोशिश की जाती है. इस मशीन की मदद से जांच और रिपोर्टिंग बेहतर तरीके से हो पाती है. दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान गर्भाश्य ग्रीवा के 15 संदिग्ध मरीजों की कोल्पोस्कोपी मशीन से जांच की गयी. साथ ही पांच मरीजों की कोल्पोस्कोपी कैंसर गाइडेड बायोप्सी भी की गयी. इस प्रशिक्षण के दौरान मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ केके सिन्हा, डॉ लता शुक्ला व डॉ एमइ हक ने प्रशिक्षक तथा प्रशिक्षुओं को सर्टिफिकेट दिया. मौके पर गया जी की कैंसर टीम से डॉ लवली, डॉ श्वेता, डॉ दीपशिखा, अभिषेक आदि मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
