मुख्यमंत्री ने गया को दिया 958.33 करोड़ का तोहफा, कहा- बोधगया तक पहुंचायेंगे गंगाजल, सरकार बढ़वायेगी गायों की संख्या

गया : जल-जीवन-हरियाली जागरूकता सम्मेलन के दौरान गया के गांधी मैदान से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया जिले के विकास के लिए 958 करोड़ 33 लाख 10 हजार रुपये की योजनाओं का गुरुवार को उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इनमें 258 करोड़ 72लाख 54 हजार रुपये की 59 योजनाओं का उद्घाटन एवं 699 करोड़ 60 लाख […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 19, 2019 3:12 PM

गया : जल-जीवन-हरियाली जागरूकता सम्मेलन के दौरान गया के गांधी मैदान से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया जिले के विकास के लिए 958 करोड़ 33 लाख 10 हजार रुपये की योजनाओं का गुरुवार को उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इनमें 258 करोड़ 72लाख 54 हजार रुपये की 59 योजनाओं का उद्घाटन एवं 699 करोड़ 60 लाख 56 हजार रुपये की लागत से 193 योजनाओं का शिलान्यास किया.

गया के गांधी मैदान में आयोजित जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 20 वर्षों में बिहार का मौसम तेजी से बदला है. साल दर साल सूखा प्रभावित क्षेत्र का दायरा बढ़ रहा है. भू-जलस्तर में लगातार गिरावट आ रही है. अतिक्रमण और देखरेख नहीं होने के कारण जल स्रोत खत्म हुए हैं. तालाब और आहर को अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा. एक तरफ जल है, एक तरफ जीवन है, जीवन बीच में है. हरियाली लायेंगे, जीवन को बचायेंगे. गया और दरभंगा में जलस्तर में गिरावट आयी है. बिहार की आबादी बहुत ज्यादा है. हरियाली बढ़ायेंगे, जीवन को बचायेंगे. बेहतर जीवन के लिए जल का संरक्षण जरूरी है. बड़े पैमाने पर पौधरोपण का कार्य होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि गया ज्ञान की भूमि है. बड़ी संख्या में देश-विदेश से लोग यहां (गया जी) आते हैं. गंगा का पानी बोधगया तक पहुंचायेंगे. राजगीर होते हुए गंगा का पानी बोधगया आयेगा. टेंडर निकाल दिया है. जनवरी तक काम पूरा हो जायेगा. फल्गु नदी को गंदा होने से बचाना है. जलवायु और जलस्तर में सुधार की कोशिश की जा रही है. बारिश के पानी का संचयन करेंगे. जल संचयन से भू-जलस्तर बढ़ेगा. रेन वार्टर हार्वेस्टिंग सभी सरकारी भवनों में जरूरी है. बिहार में 34559 जलस्त्रोतों पर अतिक्रमण है. सालों से 19739 सड़कों पर अतिक्रमण है.

उन्होंने मौसम के अनुकूल फसल लगाने की अपील की. साथ ही कहा कि फसल अवशेष को ना जलाएं. किसानों में भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गायों की संख्या सरकार बढ़ावायेगी. फसल अवशेष को चारे को तौर इस्तेमाल करें. सरकार सिवरेज प्लांट लगायेगी. सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी काम हो रहा है. हर घर बिजली का कनेक्शन दिया है. पूरे बिहार में जल-जीवन-हरियाली अभियान चलायेंगे. सात साल में 19 करोड़ पौधे लगाएं. अगले तीन सालों में आठ करोड़ से भी ज्यादा और पौधे लगाये जायेंगे. बिहार का हरित आवरण औसत 19 फीसदी करने का लक्ष्य है. जलवायु और जलस्तर में सुधार का अभियान चलायेंगे. बिजली के लिए सौर ऊर्जा पर काम करेंगे. हर घर में सौर ऊर्जा लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करेंगे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के लिए सरकार कई काम कर रही है. हर तबके के लिए विकास के लिए काम हो रहा है. अब लड़कियां स्कूल जा रही है. नारी सशक्तिकरण के लिए जीविका समूह बनाया. सरकारी सेवाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी. हर किसी का सेवा करना हमारा निश्चय है. अल्पसंख्यकों के लिए बहुत सारा काम किया. हर समुदाय के लिए सरकार ने काम किया है. कुछ लोगों को भड़काना काम है. एक आदमी 135 लीटर पानी खर्च कर सकता है. राज्यभर में सड़कों का निर्माण हुआ. हर गांव को सड़कों से जोड़ा गया.

उन्होंने कहा कि गया में भारतीय सेना के ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी को बंद नहीं करने के लिए पत्र लिखा है. महिलाओं की मांग पर हमने शराबबंदी की. शराबबंदी महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई. शराबबंदी से महिलाओं में खुशी है. दुनिया भर में शराब पीने से कई लोगों ने जान गंवा दी. शराब पीने का बहुत नुकसान है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 19 जनवरी, 2020 को जल-जीवन-हरियाली अभियान के पक्ष में मानव शृंखला बनायेंगे. हरियाली अभियान को सफल बनाने के लिए मानव शृंखला आयोजित की जा रही है. इस अभियान में सबकी भागीदारी जरूरी है. उन्होंने सभी लोगों से मानव शृंखला में शामिल होने के लिए अपील की.

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