Durga puja: पटना में इस जगह पर 25 लाख की लागत से बन रहा पूजा पंडाल,आसमान में दिखेगी मां दुर्गा की प्रतिमा

Durga puja 2022: पटना के सिपारा स्थित एतवारपुर पूजा पंडाल में सबसे भव्य और आकर्षक पंडाल बनाया जा रहा है. यहां तमिलनाडु के मदुरई मीनाक्षी अम्मन टेंपल (Meenakshi Amman Temple) की थीम पर पंडाल बनाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Print Desk | September 17, 2022 3:51 AM

Durga puja: बिहार की राजधानी पटना में दुर्गा पूजा को लेकर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है. कई जगह भव्य पंडाल तो कई जगहों पर आकर्षक प्रतिमाएं बनाई जा रही है. राजधानी पटना में कई जगहों पर भव्य पूजा पंडाल बनाकर देवी दुर्गा की आराधना की जाती है. जिसमें बोरिंग रोड चौराहा, डाकबंगला चौराहा, मछुआ टोली आदि है. लेकिन इस बार पटना के सिपारा स्थित एतवारपुर पूजा पंडाल में सबसे भव्य और आकर्षक पंडाल बनाया जा रहा है. यहां तमिलनाडु के मदुरई मीनाक्षी अम्मन टेंपल (Meenakshi Amman Temple) की थीम पर पंडाल बनाया जा रहा है. इसके अलावे पूजा के दौरान इस बार भक्त इस पंडाल में लेजर लाइट शो का भी आनंद उठा सकेंगे.

आसमान में दिखेगी देवी दुर्गा की प्रतिमा

इसको लेकर एतवारपुर दुर्गा पूजा आयोजन के अध्यक्ष ने बताया कि पूजा पंडाल लगभग 25 लाख की लागत से बनाया जाएगा. दो सितंबर से इसकी शुरुआत हुई है और 30 सितंबर काम पूरा हो जाएगा. बंगाल और झारखंड के मधुपुर के कारीगर इस पंडाल का निर्माण कर रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि पटना के दुर्गा पूजा में अभी तक किसी पूजा पंडाल में लेजर लाइट तो नहीं दिखाया गया था. पहली बार हमारे दुर्गा पूजा पंडाल में लेजर लाइट शो को दिखाया जाएगा. तीन दिनों तक यह चलेगा. मुंबई से लेजर लाइट शो मंगाया गया है. प्रतिदिन डेढ़ लाख रुपये लेजर लाइट पर खर्च होगा. लेजर लाइट से आसमान में मां दुर्गा की प्रतिमा दिखेगी.

15 फीट की प्रतिमा बनाई जा रही

एतवारपुर दुर्गा पूजा आयोजन के अध्यक्ष ने बताया कि इस बार हमारे यहां मां दुर्गा की प्रतिमा भी काफी आकर्षित करने वाली होगी. 15 फीट की प्रतिमा बनाई जा रही है. इसमें सबसे आकर्षक प्रतिमा की सजावट होगी. माता के मुकुट और साड़ी को फल और फूल के बीज से बनाया जा रहा है. पंडाल का निर्माण कर रहे झारखंड के मधुपुर निवासी इमामुद्दीन अंसारी ने बताया कि अभी 15 कारीगर मिलकर मदुरई के मीनाक्षी मंदिर के पंडाल के ढांचा को तैयार कर रहे हैं. इसमें लगभग 45 लोग मिलकर पंडाल का काम पूरा करेंगे. ढांचा बनने के बाद थर्माकोल से पंडाल में मूर्तियां भी बनाई जाएंगी. ठीक वैसे ही जैसे मीनाक्षी मंदिर में मूर्तियां दिखती हैं. मूर्ति बनाने वाले कारीगर बंगाल से आए हैं. साथ में बिहार के भी कुछ लोग काम कर रहे हैं. बताया कि यहां बनाए जा रहे मीनाक्षी मंदिर के पंडाल की ऊंचाई लगभग 100 फीट होगी.

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