प्रवासी बिहारियों की जाति का भी डेटा बैंक बनायेंगे नीतीश कुमार, जानें कितना खास होगा बिहार में जाति गणना

बिहार में जातिगत गणना का काम जल्द शुरू होगा. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में होने जा रहे जातिगत गणना पिछले वर्षों में हुए जनगणना से काफी अलग होगा. उन्होंने कहा कि इस बार बिहार सरकार जिस तरीके से गणना कराने जा रही है, उसमें सारा डाटा उपलब्ध रहेगा. यह सब के काम आने वाला है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 6, 2022 5:30 PM

पटना. बिहार में जातिगत गणना का काम जल्द शुरू होगा. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में होने जा रहे जातिगत गणना पिछले वर्षों में हुए जनगणना से काफी अलग होगा. उन्होंने कहा कि इस बार बिहार सरकार जिस तरीके से गणना कराने जा रही है, उसमें सारा डाटा उपलब्ध रहेगा. यह सब के काम आने वाला है.

सभी बिहारियों की होगी गणना

जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहारी चाहे बिहार में हो या फिर बिहार से बाहर सभी की गणना की जाएगी. प्रवासी बिहारियों के बारे में भी पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराया जाएगा. जाति का आंकड़ा भी उपलब्ध होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार जातीय जनगणना के मामले में एक मिसाल बनने वाला है.

ब्लू प्रिंट पर चल रहा काम

नीतीश कुमार ने कहा कि हमने अपने संसाधन से इसे कराने का फैसला किया है. अभी ब्लू प्रिंट तैयार करने में करीब एक महीने का समय लगेगा. उसके बाद इसे जमीन पर ले जाया जाएगा. बिहार में जातिगत गणना बेहतर ढंग से किया जाएगा. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम चाहेंगे की जातिगत गणना जल्द हो जाए.

अनुभव वाले लोगों को काम में लगाया जायेगा

सामान्य प्रशासन विभाग को जातीय जनगणना से जोड़ने के पीछे भी नीतीश कुमार ने अपना मकसद बताया है. उन्होंने कहा कि हम भी चाहते हैं कि खूब अच्छे ढंग से यह हो. यदि कोई व्यक्ति रिटायर हो गया है और वह अच्छा काम करने वाला हो, तो उन्हें भी इस काम में लगाया जाएगा. पहले जो जनगणना काम कर चुके हैं, उन्हें भी इस काम में लगाया जाएगा.

पहले के गणना में कई खामियां

मुख्यमंत्री नीतीश ने यूपीए सरकार की तरफ से करायी गयी जनगणना पर भी सवाल खड़े किये. नीतीश कुमार ने साल 2010-11 में करायी गयी जनगणना को लेकर सवाल खड़े किए हैं. सीएम नीतीश ने कहा है कि जो जनगणना करायी गयी उसका ना तो कोई प्रारूप सामने आया और कई तरह की उसमें खामियां भी रहीं. वहीं जनसंख्या नियंत्रण कानून पर उन्होंने कहा कि जहां महिलाएं शिक्षित रहेगी वहां जनसंख्या नियंत्रित रहेगी.

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