Darbhanga News: गंभीर मरीजों की शीघ्र व सही चिकित्सा के लिए डीएमसीएच में होगी नयी व्यवस्था

Darbhanga News: डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में गंभीर मरीजों की शीघ्र व सही चिकित्सा के लिए नयी व्यवस्था बनायी जा रही है.

By PRABHAT KUMAR | June 23, 2025 7:09 PM

Darbhanga News: अजय कुमार मिश्रा, दरभंगा. डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में गंभीर मरीजों की शीघ्र व सही चिकित्सा के लिए नयी व्यवस्था बनायी जा रही है. इसे लेकर आपातकालीन विभाग में ट्राइएज एरिया का निर्माण किया जा रहा है. ट्राइएज एरिया में मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थो, आंख व ईएनटी विभाग के चिकित्सक 24 घंटा मौजूद रहेंगे. नयी व्यवस्था को लागू करने के लिए क्षेत्र काे विकसित करने के साथ ही पूर्वाभ्यास की प्रक्रिया की जा रही है. ट्राइएज एरिया में मरीजों के लिये ऑक्सीजन की सप्लाई की व्यवस्था समेत अन्य चिकित्सकीय सिस्टम विकसित किये जाने की बात कही जा रही है. अधीक्षक डॉ शीला कुमारी ने संबंधित पांच विभागाध्यक्षों को इसे लेकर लेटर जारी की है. कही है कि आपातकालीन स्थिति में पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा व्यवस्था देने को लेकर यह जरूरी है.

क्या होता है ट्राइएज एरिया

ट्राइएज एरिया चिकित्सा या आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल होने वाला स्थान होता है, जहां मरीजों की स्थिति की गंभीरता के आधार पर उनकी प्राथमिकता तय की जाती है. यह आमतौर पर अस्पतालों के आपातकालीन विभाग या आपदा स्थानों पर स्थापित किया जाता है.

मरीजों का मृत्यु दर कम करने में मिलेगी मदद

वर्तमान स्थिति में आपातकालीन विभाग में रजिस्ट्रेशन के बाद मरीजों को संबंधित विभाग भेज दिया जाता है. बाद में पता चलता है कि मरीज को दूसरे विभाग भेजना था. इस दौरान गंभीर स्थिति वाले मरीजों की स्थिति और खराब हो जाती है. वहीं इलाज में देरी होने के कारण मरीज के परिजन व चिकित्सकों में नोक-झोंक भी हो जाती है. चिकित्सकीय लापरवाही को लेकर हंगामा की स्थिति बनती है. इसी समस्या को दूर करने के लिए यह व्यवस्था लागू की जा रही है. इसके तहत मरीजों को उनकी चिकित्सा आवश्यकताओं के आधार पर वर्गीकृत किया जायेगा, ताकि सबसे गंभीर स्थिति वाले मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके. प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मी (चिकित्सक, नर्स) मरीजों का प्रारंभिक आकलन करेंगे. महत्वपूर्ण संकेत जैसे हृदय गति, रक्तचाप और श्वसन दर की जांच कर गंभीरता तय हाेगी. मरीजों को तत्काल जानलेवा स्थिति, तुरंत इलाज की जरूरत, गंभीर लेकिन तत्काल खतरा नहीं, गैर आपातकालीन या मामूली चोट या बीमारी आदि श्रेणी में बांट कर मरीजों को वरीयता के आधार पर इलाज किया जायेगा. इससे मरीजों का मृत्यु दर कम करने में मदद मिलेगी.

हादसे में घायल लोगों की होगी बेहतर चिकित्सा

चिकित्सकों के अनुसार अगर एक हादसे में कई लोग घायल हों, तो ट्राइएज एरिया में यह तय किया जाएगा कि पहले किसे इलाज मिलेगा. इसमें गंभीर रक्तस्राव वाले मरीज को प्राथमिकता दी जाएगी. वहीं यह प्रणाली संसाधनों का कुशल उपयोग सुनिश्चित करेगी. अधिक से अधिक लोगों की जान बचाने में मदद करेगी.

कहतीं हैं अधीक्षक

आपातकालीन विभाग में ट्राइएज एरिया स्थापित किया जा रहा है. इसे लेकर डेमो भी किया गया है. इस दौरान पायी गयी कमियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द स्थायी रूप से व्यवस्था लागू की जा सके.

डॉ शीला कुमारी, अधीक्षक

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