Darbhanga News: पिटाई से गंभीर रूप से जख्मी युवक ने उपचार के क्रम में ताेड़ा दम

Darbhanga News:हरियठ गांव के एक युवक की पिटाई के बाद करीब डेढ़ महीने से जिंदगी व मौत के बीच जूझने के बाद गुरुवार की सुबह मौत हो गयी.

By PRABHAT KUMAR | October 16, 2025 10:43 PM

Darbhanga News: अलीनगर. हरियठ गांव के एक युवक की पिटाई के बाद करीब डेढ़ महीने से जिंदगी व मौत के बीच जूझने के बाद गुरुवार की सुबह मौत हो गयी. मृतक मो. चुल्हाई अंसारी का 17 वर्षीय पुत्र मो. फारूक उर्फ बारिक बताया गया है. बारिक की मौत से माता-पिता समेत भाई-बहनों का रो-रोकर बुरा है. बताया जाता है कि बारिक गत 30 अगस्त की रात बाइक से घर लौट रहा था, इसी क्रम में गांव के सटे मिल्की टोल में गणेश पूजा के आयोजन को लेकर सड़क पर भीड़ थी. वहां साइड मांगने पर शंकर मुखिया तथा मोहन पासवान से उसकी कहासुनी हो गयी. इसपर आठ-दस लोगों ने वहां से दूर ले जाकर फारूक की जमकर पिटाई कर दी. इसमें उसे गंभीर चोटें आयी. कहा जाता है कि इसमें उसका आंत भी फट गया. मारपीट करने वाले उसी स्थिति में सड़क किनारे छोड़कर भाग गये. लोगों की सूचना पर परिजन वहां पहुंचे. उसे अलीनगर सीएचसी ले गये. वहां प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच रेफर कर दिया गया. वहां से पीएमसीएच रेफर किया गया. हालांकि परिजनों ने उसे दरभंगा के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां आंत की सर्जरी की गयी. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया. वह कोमा में पिछले नौ अक्तूबर तक था. इसमें परिजनों का काफी पैसा भी व्यय हुआ. सुधार नहीं होते देख अस्पताल प्रबंधन द्वारा कोमा में ही उसे डिस्चार्ज भी कर दिया गया. परिजन उसे घर लाये, जहां गुरुवार की सुबह उसने अंतिम सांस ली. उल्लेखनीय है कि घटना को लेकर सामाजिक स्तर पर कोई नतीजा नहीं निकलने पर मृतक के पिता ने गत तीन सितंबर को प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी. बारिक की मौत पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर थानाध्यक्ष विनय मिश्र, अपर थानाध्यक्ष विकास मंडल, विधानसभा चुनाव संपन्न कराने को पहुंची सीआइएफ की टीम हरियठ पहुंची. लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसी भेज दिया. इसमें स्थानीय पूर्व मुखिया रजी आलम तथा पूर्व सरपंच कमरुद्दीन आजाद सहित कई ग्रामीण पुलिस को सहयोग दे रहे थे. इधर मृतक की माता रोशन खातून, भाई मो. हाशिम, मो. नाजिम,मो. कादिर, मो. जावेद, दो विवाहित व दो अविवाहित बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है