Darbhanga: पुलिस के हड़काने वाले लहजे में आएगा बदलाव, आमजन से करेंगे शिष्ट व्यवहार!
अपने बेवजह के कड़क अंदाज एवं रूखे व्यवहार के कारण आमजन में पुलिस की छवि नकारात्मक बनी हुई है.
दरभंगा. अपने बेवजह के कड़क अंदाज एवं रूखे व्यवहार के कारण आमजन में पुलिस की छवि नकारात्मक बनी हुई है. आमतौर पर चोरी, पाकेटमारी सरीखे अपराध का शिकार होने के बाद जब कोई पीड़ित, पुलिस के सामने पहुंचता है, तो वहां उनके साथ प्रायः जिस तरह का व्यवहार किया जाता है, उससे ऐसा महसूस होता है, मानो अपराध का शिकार होकर उन्होंने ही उससे बड़ा गुनाह कर लिया है. यही वजह है कि अपराध का शिकार होने के बावजूद अधिकांश लोग पुलिस के सामने जाने से कतराते हैं. ऐसे ही व्यवहार के कारण आजादी के इतने दशक गुजर जाने के बावजूद ””””””””पुलिस का चक्कर”””””””” डराने वाला बना हुआ है. महकमा, पुलिस की इस छवि को बदलने के लिए फिर से प्रयासरत हुआ है. अपर पुलिस महानिदेशक ने इसे लेकर पत्र जारी किया है, जिसमें आमजन से शिष्ट व्यवहार करने का आदेश दिया है. यह आदेश आए दिन पुलिस के असभ्य व्यवहार को लेकर मिल रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए दिया गया है. पत्र के जारी होने के बाद पुलिस के व्यवहार में कितना बदलाव और कितने हद तक परिवर्तन आएगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन इससे विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी की संजीदगी जरूर सामने आई है. बता दें कि गत 27 नवंबर को अपर पुलिस महानिदेशक ने पत्र निर्गत किया है. इस पर सख्ती से अमल का निर्देश दिया है.
पुलिस के पास जाने से लगता डर
अपराध नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था को संधारित करने के लिए पुलिस की तैनाती है. किसी तरह की घटना का शिकार होने के बाद जिस तरह से फरियादी के साथ पुलिस के अधिकारी पेश आते हैं, उससे लोग उनके सामने जाने से कतराते हैं. अपराध का शिकार होने के बाद खामोश हो जाना उन्हें मंजूर होता है, पर पुलिस के सामने पड़ना नहीं चाहते. सामने जाने से डरते हैं.आज तक विभाग नहीं हो सका कामयाब
पुलिस-पब्लिक संबंध को मधुर बनाने के लिए विभाग सालों से कोशिश कर रहा है. कई बार न केवल आदेश जारी किया गया, बल्कि विशेष आयोजन कर आम लोगों के बीच इसे रखा भी गया. परंतु, पुलिस का पब्लिक से मैत्रीपूर्ण व्यवहार विशेष आयोजन तक ही सीमित रह गया, लिहाजा विभाग आज तक अपने इस सबसे महत्वपूर्ण प्रयास में कामयाब नहीं हो सका है.मृदु व्यवहार से अपराध नियंत्रण में भी मिलेगा सहयोग
आपराधिक घटनाओं पर पूरी तरह नकेल कसने के लिए समाज का साथ एवं सहयोग सबसे महत्वपूर्ण होता है. समाज जागरूक एवं पुलिस के साथ हो तो अधिकतम घटनाओं को समय से पहले ही रोका जा सकता है. अपर पुलिस महानिदेशक ने भी अपने पत्र में इसका जिक्र किया है. पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा है कि पुलिस के असभ्य व्यवहार की वजह से न केवल पुलिस की छवि धूमिल होती है, बल्कि जनविश्वास के साथ सहयोग में भी कमी आती है.रेल पुलिस तक को आदेश
अपर पुलिस महानिदेशक ने इस पत्र के माध्यम से विभाग के वरीय पदाधिकारी के साथ रेल पुलिस को भी व्यवहार में सुधार लाने का निर्देश दिया है. जारी पत्र पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक, रेल इकाई के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, एसएसपी, एसपी तथा समादेष्टा को संबोधित है. इसके सख्ती से अनुपालन का आदेश देते हुए असभ्य व्यवहार की शिकायत पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है. आदेश का अनुपालन कब तक और किस हद तक किया जाता है, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलवक्त यह लोगों में नई उम्मीद की किरण लेकर आया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
