किन्नर से महिला बनी सोनी की हत्या: बहन ने 41 दिन बाद पहचाना शव, पति पर लगा मर्डर का आरोप

Bihar News: दरभंगा में एक चौंकाने वाला मर्डर केस सामने आया है, जहां किन्नर से महिला बनी सोनी देवी की पहचान उसकी बहन ने 41 दिन बाद की. बहन ने अपने ही पति समेत 13 लोगों पर हत्या और गहनों के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है. मामला अब कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.

By Abhinandan Pandey | June 11, 2025 9:53 AM

Bihar News: बिहार के दरभंगा और समस्तीपुर जिले की सीमा पर एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां जन्म से किन्नर और बाद में लिंग परिवर्तन कर महिला बनी सोनी देवी की हत्या की गुत्थी धीरे-धीरे सुलझती दिख रही है. इस मर्डर केस में नया मोड़ तब आया, जब 41 दिन बाद मृतका की बहन दसनी देवी ने शव की पहचान की और अपने ही जीजा भारतेंदु कुमार समेत 13 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया.

यह सनसनीखेज मामला समस्तीपुर के चकमेहसी थाना क्षेत्र के रसलपुर बघला घाट का है, जहां 2 मई को बोरे और प्लास्टिक में लिपटा हुआ एक महिला का शव मिला था. शव की हालत बेहद खराब थी. हाथ-पैर मोटी रस्सी से बंधे थे, शरीर पर गहरे जख्म थे और चेहरा पूरी तरह बिगड़ा हुआ था.

नेपाल की रहने वाली थी सोनी

मृतका सोनी देवी नेपाल के सिरहा जिले के लहान थाना क्षेत्र की रहने वाली थी. साल 2021 में देहरादून में उसने सर्जरी के जरिए लिंग परिवर्तन करवाया और महिला बनी. इसी दौरान उसकी मुलाकात भारतेंदु कुमार से हुई, जो उसके किन्नर समूह में गाड़ी चलाता था. दोनों का रिश्ता आगे बढ़ा और दरभंगा कोर्ट में शादी कर ली.

शादी के बाद की जिंदगी और बढ़ता तनाव

शादी के बाद सोनी ने परिवार के लिए कई संपत्तियां और गहने खरीदे. 25 तोला सोने के गहने, स्कॉर्पियो गाड़ी (जो देवर सुभाष कुमार के नाम पर खरीदी गई), और मकान निर्माण की शुरुआत – ये सब कुछ उनकी नई ज़िंदगी की शुरुआत थी. लेकिन बहन के अनुसार, सोनी पर उसके ससुराल वालों का लालच बढ़ता जा रहा था.

दसनी देवी ने बताया कि सोनी शादी के कुछ समय बाद नेपाल गई थी और लौटने के बाद उसने कहा कि वह भागवत मेला जाएगी, लेकिन फिर से लापता हो गई. जब 25 मई को बहन अपने संबंधियों के साथ ससुराल पहुंची, तो वहां से गाली-गलौज और मारपीट कर भगा दिया गया. उस वक्त घर में पति भारतेंदु, ससुर महेश मिश्रा, मां, दो चाचा, देवर सुभाष और देवरानी सभी मौजूद थे.

एक करोड़ रुपये और गहनों पर भी सवाल

बहन ने आरोप लगाया है कि सोनी के पास एक करोड़ से अधिक की नकदी और भारी मात्रा में गहने थे, जो अब गायब हैं. इसके साथ ही, फोन भी लगातार बंद आ रहा था, जिससे शक गहराता गया. अंततः जब चकमेहसी में मिली लाश की खबर सामने आई, तब दसनी देवी ने अपने स्तर पर जांच शुरू की और 1 जून को यूडी केस दर्ज करवाया. 3 जून को मोरो थाना में 13 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई.

पुलिस कर रही जांच, परिवार फरार

फिलहाल भारतेंदु और उसका पूरा परिवार घर छोड़कर फरार है. मोरो थानाध्यक्ष पायल भारती ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिवार के बयानों के आधार पर पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

पुलिस की दोहरी पड़ताल

चकमेहसी और मोरो थाना, दोनों की पुलिस इस मामले की पड़ताल में जुटी है. घटनाक्रम ने अब तक कई परतें खोली हैं, जो एक दर्दनाक हत्या और पारिवारिक लालच की गवाही दे रही हैं.

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