Darbhanga : आंगनबाड़ी केंद्र के एक संकीर्ण कमरे में भविष्य गढ़ रहे पहली से पांचवीं तक के बच्चे

नप क्षेत्र के वार्ड 23 नवटोलिया के नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अपना भवन भी मयस्सर नहीं हो सका है.

By NAVENDU SHEKHAR PA | July 25, 2025 7:25 PM

स्थापना के 18 साल बाद भी प्रावि नवटोलिया को अपना भवन नहीं

दो साल पहले उपलब्ध हो गयी जमीन, अंचल प्रशासन नहीं कर रहा सीमांकन

बेनीपुर. नगर परिषद गठन के 15 साल गुजर जाने के बावजूद आज भी नप क्षेत्र के वार्ड 23 नवटोलिया के नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अपना भवन भी मयस्सर नहीं हो सका है. वर्ष 2007 से प्राथमिक विद्यालय भवनहीन व भूमिहीन बना हुआ है. परिणामस्वरुप स्थापना के 18 वर्ष बीत जाने के बाद भी इस विद्यालय के कक्षा एक से पांचवीं तक के 123 नामांकित बच्चों को आंगनबाड़ी भवन के एक छोटे से कमरे में एक साथ शिक्षा देने की खानापूरी की जा रही है. विदित हो कि वार्ड के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा सहज तरीके से उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2007 में तत्कालीन बेनीपुर पंचायत के नवटोलिया में प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गयी थी. वहीं वर्ष 2010 में नगर परिषद गठन के बाद वार्ड 23 के अधीन यह विद्यालय आ गया, परंतु आजतक इस विद्यालय को अपना भवन नसीव नहीं हुआ. यह विद्यालय आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 10 के भवन में संचालित हो रहा है. यहां कक्षा एक से पांचवीं तक के 123 बच्चे नामांकित हैं. इन्हें पढ़ाने के लिए चार शिक्षक पदस्थापित हैं, लेकिन भवन के अभाव में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है. कुछ बच्चों की पढ़ाई आंगनबाड़ी भवन में तो कुछ आज भी सड़क किनारे पेड़ के नीचे गर्मी व ठंड में अपना भविष्य गढ़ रहे हैं. यहां न शौचालय की व्यवस्था है और न ही पेयजल का ही प्रबंध है. पानी पीने के लिए बच्चों को अपने घर जाना पड़ता है. भवन के अभाव में एक ही कमरे में वर्ग से पांच तक के छात्र-छात्राओं को एक शिक्षक ही एक बार पढ़ाने जाते हैं. वहीं शेष शिक्षकों को बैठने तक की जगह नहीं है. पूर्व प्रभारी शिक्षक संजय कुमार मंडल ने बताया कि भवन के अभाव में पेड़ के नीचे बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा है. फिलहाल बेनीपुर बाइपास सड़क यहीं से गुजरी है, जिससे काफी धूल उड़ रही है. बच्चे धूल-धुसरित हो जाते हैं. हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. कई बार बीइओ व नगर के कार्यपालक पदाधिकारी से इस विद्यालय को किसी दूसरे स्कूल में टैग करने के लिए लिखा गया, लेकिन विभागीय व नप के अधिकारी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. हालांकि भवन निर्माण के लिए विद्यालय को जमीन उपलब्ध हो गया है. इसका एनओसी भी प्राप्त हो चुका है, लेकिन सीमांकन के लिए मार्च 2023 से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहा हैं. कोई सुनने वाला नहीं है. मजबूरन जैसे-तैसे नामांकित बच्चों काे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. इधर इस संबंध में बीइओ इंदु सिन्हा ने कहा कि विद्यालय को भूमि उपलब्ध हो चुकी है. सीमांकन के लिए को सीओ को लिखा गया है. वहीं आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका सबीना खातून ने कहा कि इसे खाली कराने के लिए कई बात सीडीपीओ को लिखा गया, लेकिन कोई इसके प्रति संजीदगी नहीं दिखा रही हैं.

प्रावि मकतब के एचएम के असामयिक निधन से शोक

गौड़ाबौराम. कुमई स्थित प्राथमिक विद्यालय मकतब के एचएम केशव कुमार सिंह के आकस्मिक निधन से शोक की लहर दौड़ गयी है. वे 49 वर्ष के थे. हाल ही में परीक्षा पास कर हेड टीचर का पदभार ग्रहण किया था. इधर एचएम के निधन से उनके पैतृक गांव गोरामानसिंग में कोहराम मच गया. लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. पत्नी अनीता देवी, एक पुत्री, एक पुत्र समेत मां का रो-रोकर बुरा हाल था. प्रमुख ममता देवी, पूर्व प्रमुख आशुतोष सिंह, शिक्षक सुशील सिंह, विक्रम सिंह, माले के रोहित सिंह, आशीष सिंह, मुखिया प्रतिनिधि देवकांत सहनी आदि ने मृतक के परिजनों को सांत्वना दी है.

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