Darbhanga: अगात बोआई करने वाले किसानों के सामने गेहूं के पटवन की समस्या
रबी फसल की बोआई काफी तेज गति से चल रही है. कुछ किसानों ने अगात बोआई कर ली थी, जिसमें अब पटवन की तैयारी कर रहे हैं.
हायाघाट. रबी फसल की बोआई काफी तेज गति से चल रही है. कुछ किसानों ने अगात बोआई कर ली थी, जिसमें अब पटवन की तैयारी कर रहे हैं. इस सबके बीच सबसे बड़ी समस्या पानी की है. पानी की कमी के कारण प्रखंड क्षेत्र में इस वर्ष गेंहू की खेती का रकवा कम हो गया है. ऐसे में किसान स्टेट बोरिंग से आस लगाए बैठे हैं. विदित हो कि प्रखंड के पंचायतों में दो-तीन स्टेट बोरिंग हैं, जो अब पीएचइडी के जिम्मे है. पीएचइडी युद्ध स्तर पर इसे दुरूस्त करा रहा है. इसमें पंचायत का सहयोग लिया जा रहा है. इस संबंध में विभागीय कनीय अभियंता ने फोन पर बताया कि वे अभी छह महीने के लिए मातृत्व अवकाश पर हैं. वहीं एसडीओ शिव कुमार से जानकारी लेने के लिए बार-बार फोन किये जाने के बावजद उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. वहीं श्रीरामपुर के मुखिया बबलू ठाकुर ने बताया कि पंचायत में चार स्टेट बोरिंग है, जो पहले खराब था. फिलहाल उसे ठीक कराया गया है. इसमें से दो ने काम करना शुरू कर दिया है. तीसरा परमानंपुर में है, जिसमें मोटर लग रहा है. उसके बाद उसका घर बनाया जायेगा. वहीं चौथा बलिया भट्ठा के पास है. उसमें मोटर सौ फीट से ज्यादा नीचे गिर गया है. उसके लिए मिस्त्री को बुलाया गया है. हालांकि किसी में भी चैनल या पाइप की व्यवस्था अभी नहीं है. इस कारण पटवन अभी संभव नहीं है. दूसरी ओर मझौलिया की मुखिया ममता देवी ने बताया कि पंचायत में दो स्टेट बोरिंग है. एक एपीएम मोड़ पर है, जो चालू है, लेकिन चैनल या पाइप की व्यवस्था नहीं रहने के कारण इससे किसानों को फायदा नहीं मिल रहा है. दूसरा बोरिंग बदरिया चौर में है. वह भी चालू है, लेकिन अपने रूम तक ही सीमित है. दोनों जगह ऑपरेटर भी बहाल है. कुल मिलाकर इस साल किसानों को इसका फायदा मिलता नहीं दिख रहा है.
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