दरभंगा को स्वच्छ बनाने में निगम को मिलेगी एशियन बैंक की मदद

दरभंगा : शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी पहल की है. लोगों को बेहतर सफाई व स्वच्छ माहौल उपलब्ध कराने में आड़े आ रही राशि की कमी को दूर करने में अब एशियन बैंक मदद करेगी.

By Prabhat Khabar | September 23, 2020 1:30 AM

संतोष कुमार मंडल, दरभंगा : शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी पहल की है. लोगों को बेहतर सफाई व स्वच्छ माहौल उपलब्ध कराने में आड़े आ रही राशि की कमी को दूर करने में अब एशियन बैंक मदद करेगी. बीते तीन माह पूर्व नीति आयोग के साक्षात्कार के बाद श्रेणी टू में राष्ट्रीय स्तर पर दरभंगा नगर निगम व यूपी के शाहजहांपुर को स्थान मिला है. ठोस कचरा अपशिष्ट पर पूर्व में हुए थोड़े-बहुत कार्य के कारण मदद के रूप में निगम को रकम मिलना एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. मिलने वाली राशि की मदद से ठोस कचरा अपशिष्ट निस्तारण के लिये ढांचा तैयार करने के साथ उपयुक्त व जरूरी संसाधनों का प्रबंध होगा. इसे लेकर गत 18 सितंबर को स्वच्छ भारत मिशन के निदेशक विनय कुमार झा ने इस मामले में पत्र भी जारी कर दिया है.

तीन श्रेणियों में शामिल थे निकाय

नीति आयोग ने गत 20 जून को एप के माध्यम से ठोस कचरा अपशिष्ट में प्रगति व समस्या पर साक्षात्कार के माध्यम से जानकारी ली थी. जानकारी अनुसार इसके लिए तीन श्रेणी में निकायों को रख शामिल किया गया था. प्रदेश से श्रेणी (वन) में भागलपुर, (टू) में दरभंगा नगर निगम तथा (थ्री) में लखीसराय नप को शामिल किया गया था. साक्षात्कार में स्वच्छता सर्वेक्षण संबंधित जानकारी ली गयी. इसमें ठोस कचरा अपशिष्ट के निस्तारण की प्रगति तथा कार्य में पीछे रहने के कारण आदि शामिल थे. पिछड़ने का कारण सरकारी फंड की कमी रहना बताया गया था. इसे दूर करने के लिए केंद्र की सिफारिश पर एशियन डेवलेपमेंट बैंक, इंडिया रेसिडेंट मिशन से दरभंगा नगर निगम को एक बड़ी रकम मिलेगी. यह समस्या दूर करने में सहायक होगी. हालांकि मदद में कितनी राशि मिलेगी, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है. इसमें कई तरह तरह के कयास लगाये जा रहे हैं.

इन मदों में खर्च होगी मिलने वाली राशि, दिये गये दिशा-निर्देश

एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) से मिलने वाली राशि से इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में किया जा सकेगा. इसमें लैंड फील साइट का क्रय करने, पीट निर्माण करने, खाद बनाने, बिजली उत्पादन करने, उपकरण खरीदने, पीट पर कार्य करने के लिये कर्मियों को रखने आदि शामिल है. पीट का देखभाल तथा विभिन्न कार्यों के निष्पादन के लिये विभाग की ओर से 10 कर्मियों को रखने का निर्देश है. इसमें पहरेदार, कंप्यूटर ऑपरेटर, सिलाई मशीन, खाद बिक्री के लिये तौल आदि कार्य शामिल है.

46 पिट का हो चुका निर्माण

गीला कचरा का प्रसंस्करण कर जैविक खाद बनाने के लिये नगर भवन परिसर के उत्तरी भाग में गत 30 अगस्त 2019 को 11.35 लाख रुपये की लागत से 37 पिट बनाये गये थे. करीब सात माह पूर्व निगम कार्यालय परिसर में 3.50 लाख की लागत से नौ पिट तैयार हुए. हाल ही में 50 ऑटो टीपर, दो स्रिडिंग मशीन, 191 चदरा निर्मित डस्टबीन, दो छोटा जेसीबी तथा दो रोबोट पोर्टल से निगम को उपलब्ध हुआ है. 54630 होल्डिंगधारी के लिये गीला व सूखा कचरा रखने के लिये अलग-अलग रंग के डस्टबीन पूर्व में ही वितरित किये जा चुके हैं. इधर बिजली चालित चलनी, वेट मशीन, सिलाई, जूट बैग, बिल मशीन क्रय के लिए निगम ने टेंडर निकाला है.

posted by ashish jha

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