Darbhanga Airport:ऑल वेदर एयरपोर्ट बनेगा दरभंगा हवाई अड्डा, यात्रियों को मिलेगी महानगरीय सुविधा

दरभंगा एयरपोर्ट पर अब यात्रियों को महानगरीय सुविधा मिलेगी.सर्दी, गर्मी व बारिश के मौसम में भी विमानों का आवागमन होगा.रात में विमान के लैंडिंग व टेक ऑफ के लिये 24 एकड़ भूमि में आइएलएस लगेगा. जमीन अधिग्रहण राशि स्वीकृत होने से यात्रियों में नयी आस बनी है.

By Prabhat Khabar | October 14, 2021 2:14 PM

अजय कुमार मिश्र: दरभंगा एयरपोर्ट के विस्तार के लिये चिह्नित 78 एकड़ जमीन अधिग्रहण को लेकर सरकार से राशि स्वीकृत होने से हवाई अड्डा पर व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन की आस जग गयी है. अधिग्रहित जमीन पर नया टर्मिनल निर्माण के साथ ही कार्गो, एप्रन, पार्किंग आदि की सुविधा विकसित की जाएगी. नया सिविल इन्क्लेव बन जाने से रात में जगमगाती रोशनी के बीच विमानों का आवागमन होगा.

यात्रियों को मिलेगी सुविधाएं

एनएच 57 से सटे इस्ट- वेस्ट कॉरिडोर किनारे रानीपुर गांव में नवनिर्माण होगा. नये सिविल एन्क्लेव बनाने के लिये जगह चिह्नित कर ली गयी है. सर्दी, गर्मी बारिश के मौसम में हवाई यात्रियों को आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.

विमान कैसिलेंशन से होने वाली समस्या से भी निजात

पैसेंजरों को विमान कैसिलेंशन से होने वाली समस्या से भी निजात मिल जायेगी. इसके अलावा एयरपोर्ट पर 24 घंटा विमानों का परिचालन संभव हो पायेगा. रात में भी जहाज यहां से टेक ऑफ व लैंडिंग कर सकेगा. इससे उत्तर बिहार के लोगों को काफी लाभ मिलेगा. विदित हो कि वर्तमान में दरभंगा एयरपोर्ट 22 एकड़ में बना है.

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बनेगा 30 लाख सालाना यात्री क्षमता का टर्मिनल.

पिछले आठ-नौ महीने में जिस तेजी से दरभंगा एयरपोर्ट से आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है, उससे अगले एक -दो सालों में यहां से विमानों की संख्या बढ़ कर 25 हो जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. वर्तमान से लगभग यह संख्या दोगुनी है. ऐसे में वर्तमान से चौगुने आकार का टर्मिनल बनेगा. इसके बन जाने पर डिपार्चर और एराइवल एरिया में एक साथ चार विमानों के यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी.

बनेगी मल्टी लेवल पार्किंग.

एयरपोर्ट पर आने -जाने वाले लोगों के वाहनों की पार्किंग के लिए मल्टी लेवल पार्किंग स्थल बनाया जायेगा. इसकी क्षमता कम से कम 500 चारपहिया वाहनों की होगी. साथ ही कनेक्टिंग रोड का भी निर्माण किया जायेगा.

आठ विमानों के एप्रन में ठहरने की होगी सुविधा.

बता दें कि 78 एकड़ भूमि में से 54 एकड़ में नया सिविल एन्क्लेव व शेष 24 एकड़ भूमि में आइएलएस (इन्सट्रुमेंट लैंडिंग सिस्टम) बनाया जायेगा. इससे जहाज प्रतिकूल मौसम में आसानी से एयरपोर्ट पर लैंड व टेक ऑफ कर सकेगा. नये टर्मिनल के बगल में आठ विमानों के ठहराव के लिये विशाल एप्रन का निर्माण कराया जायेगा.

Published By: Thakur Shaktilochan

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