Darbhanga News: सर्दी का मौसम शुरू होते ही शहर में बढ़ने लगा वायु प्रदूषण, 164 पर पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स
Darbhanga News:सर्दी का मौसम शुरू होते ही शहर में वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है.
Darbhanga News: दरभंगा. सर्दी का मौसम शुरू होते ही शहर में वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है. पिछले कुछ दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) का स्तर लगातार ऊपर जा रहा है. मंगलवार को एक्यूआइ 164 पर पहुंच गया. इसे मध्यम से खराब श्रेणी माना जाता है. चिकित्सकों के अनुसार बच्चों, बुजुर्गों और श्वास संबंधी रोगियों के लिए यह स्थिति हानिकारक है. पर्यावरण विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में और ठंढ बढने के साथ-साथ प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है. नगर के कई क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय धुंध जैसा दृश्य देखने को मिल रहा है. निर्माण कार्य, वाहनों का बढ़ता धुआं और कचरे का खुले में जलना प्रदूषण का प्रमुख कारण बताया जा रहा है.
श्वसन तंत्र पर डालता सीधा प्रभाव
डीएमसीएच के श्वास रोग विशेषज्ञों का कहना है कि 150 से ऊपर का एक्यूआइ श्वसन तंत्र पर सीधा प्रभाव डालता है. इस स्तर पर हवा में मौजूद सूक्ष्म कण (पीएम2.5 और पीएम10) फेफड़ों में गहराई तक प्रवेश करता है, जिससे खांसी, सांस फूलना, एलर्जी, आंखों में जलन और दमा के मरीजों में समस्या बढ़ सकती है. जिन लोगों को पहले से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या हृदय रोग है, उन्हें विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
सुबह- सबेरे तेज व्यायाम से बचें
चिकित्सकों के अनुसार सुबह- सुबह दौड़ने या तेज व्यायाम करने से बचना चाहिये. बाहर निकलने पर अच्छे गुणवत्तावाले मास्क का उपयोग करें. घर और कार्यालय के अंदर हवा का संचार बनाए रखें. अधिक पानी पीएं और विटामिन सी तथा एंटीऑक्सीडेंट युक्त भोजन का सेवन करें. दमा या एलर्जी के मरीज अपनी दवाएं नियमित रूप से लें. अचानक सांस फूलने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्रदूषण का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो आने वाले सप्ताह में शहर में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और बढ़ सकती है. नागरिकों को सतर्क रहकर आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दी गई है.
101 से 200 के बीच एक्यूआइ माना जाता मध्यम
जानकारों के मुताबिक शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता बेहतर मानी जाती है. 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच बेहद खराब, 301 से 400 के बीच खतरनाक तथा 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक को गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
क्या होता है वायु प्रदूषण
वायु में उपस्थित ऑक्सीजन पर ही जीवन निर्भर है. वायु अनेक गैसों का आनुपातिक सम्मिश्रण है, जिसमें नाइट्रोजन (78 प्रतिशत), ऑक्सीजन (21 प्रतिशत), आर्गन (0.9 प्रतिशत), कार्बन डाइऑक्साइड (0.03 प्रतिशत) आदि विभिन्न गैसों का अनुपात निश्चित होता है. इन गैसों के अनुपात में परिवर्तन से वायु प्रदूषण होता है.
अगले सप्ताह तक शहर का संभावित प्रदूषण लेवल
दिनांक- एक्यूआइ लेवल25 नवंबर- 16426 नवंबर- 16227 नवंबर- 15928 नवंबर- 15529 नवंबर- 15830 नवंबर- 159
एक दिसंबर- 164कहते हैं पूर्व विभागाध्यक्ष
शहर का एक्यूआइ लेवल बढ़ने के साथ ही कई तरह की परेशानी होनी शुरू हो गयी है. मरीजों को कई तरह की दिक्कत होती है. बुजुर्ग तथा बच्चों को सचेत रहने की जरूरत है. किसी प्रकार की परेशानी पर चिकित्सक से परामर्श लें.डॉ बीके सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष मेडिसिन डीएमसीएच
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
