Darbhanga News: डीएमसीएच में एक साल में बंदर काटने से 1566 पीड़ित पहुंचे

Darbhanga News:डीएमसीएच में पिछले एक साल में बंदर काटने से पीड़ित होकर 1566 लाेग पहुंचे.

By Prabhat Khabar News Desk | February 27, 2025 10:52 PM

Darbhanga News: दरभंगा. डीएमसीएच में पिछले एक साल में बंदर काटने से पीड़ित होकर 1566 लाेग पहुंचे. इनमें सर्वाधिक शहर के लोग थे. इससे यह पता चलता है कि शहर में बंदरों ने कितना आतंक मचा रखा है. जून व जुलाई माह में बंदरों के काटने के 200 से अधिक मामले सामने आये हैं. अन्य माह में यह आंकड़ा 200 के नीचे है. इससे साफ होता है कि गर्मी के मौसम में बंदरों की एक्टिविटी बढ़ जाती है. गर्मी से बचाव के लिये बंदर इधर- उधर भटकते रहते हैं. इसलिए लोगों में उनके काटने की संभावना अधिक रहती है. पिछले साल डीएमसीएच में एनिमल बाइट के कुल 7187 मामले सामने आये. इसमें से 1566 लोगों को बंदर, 3822 को कुत्ते तथा 984 लोगों को बिल्ली ने शिकार बनाया था. वहीं 805 लोगों को अन्य जानवरों ने काट लिया. इस तरह से डीएमसीएच में 7187 लोग जानवरों के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लिया.

अस्पताल में एक साल से एंटी रेबीज सीरम नहीं

जानकारी के अनुसार डीएमसीएच के पीएसएम विभाग में पिछले साल से एंटी रेबीज सीरम उपलब्ध नहीं है. इस कारण जानवरों के काटने से गंभीर रोगियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. चिकित्सकों के परामर्श पर मरीजों को बाहर से सीरम खरीदना पड़ता है. एक बार लगने वाले एंटी रेबीज सीरम की कीमत 1500 से 2000 के बीच है. चिकित्सकों के अनुसार शरीर के वजन के हिसाब से सीरम का इंजेक्शन दिया जाता है. सीरम देने से मरीज में इम्यूनिटी पावर तुरंत बढ़ जाती है.

जून व जुलाई में 800 से अधिक मरीजों को मिला वैक्सीन

वैसे तो सभी सरकारी अस्पतालों में एआरवी उपलब्ध है, लेकिन डीएमसीएच के पीएसएम विभाग में मरीजों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक पहुंचती है. जानकारी के अनुसार पीएसएम विभाग में पिछले साल जून व जुलाई में सर्वाधिक 822 मरीजों को वैक्सीन दी गयी. सबसे कम जनवरी माह में 460 लोगों को इंजेक्शन दिया गया.

पिछले साल पीएसएम विभाग के एनिमल बाइट के आंकड़े

माह- कुत्ता- बंदर- बिल्ली- अन्य- कुल

दिसंबर- 332- 89- 78- 55- 554

नवंबर- 338- 67- 57- 101- 563अक्तूबर- 376- 110- 63- 61- 610

सितंबर- 281- 110- 68- 103- 562 अगस्त- 294- 103- 60- 37- 494

जुलाई- 416- 200- 121- 85- 822जून- 410- 206- 123- 83- 822

मई- 271- 130- 83- 68- 552अप्रैल- 275- 137- 83- 56- 551

मार्च- 323- 162- 96- 65- 646फरवरी- 276- 137- 83- 55- 551

जनवरी- 230- 115- 69- 46- 460

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