जदयू की मीटिंग में उपेंद्र के शामिल होने पर असमंजस, कहा- निमंत्रण मिला है
18 जुलाई को जदयू की प्रस्तावित बैठक में शामिल होने को लेकर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बैठक में आने का आमंत्रण दिया गया है. हालांकि, उसी दिन उनकी यात्रा औरंगाबाद में है. ऐसे में दोनों में से कहीं एक ही जगह रह सकेंगे.
पटना. 18 जुलाई को जदयू की प्रस्तावित बैठक में शामिल होने को लेकर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बैठक में आने का आमंत्रण दिया गया है. हालांकि, उसी दिन उनकी यात्रा औरंगाबाद में है. ऐसे में दोनों में से कहीं एक ही जगह रह सकेंगे.
जदयू की 18 जुलाई की महत्वपूर्ण मीटिंग में सीएम नीतीश कुमार सहित कई वरिष्ठ नेताओं को शामिल रहने की संभावना है. इस मीटिंग में पार्टी अपने अगले कार्यक्रमों की घोषणा कर सकती है.
लोगों में स्थानीय अधिकारियों से नाराजगी
जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा चार जिले के प्रवास से पटना लौटने पर शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि सभी जगह सीएम नीतीश कुमार के प्रति लोगों में विश्वास दिखा. हालांकि, स्थानीय अधिकारियों से लोगों को बहुत नाराजगी है.
लोगों की शिकायतों को दूर करने की कोशिश की जायेगी. वहीं, जदयू संगठन के बारे में उन्होंने कहा कि कोरोना सहित अन्य वजहों से संगठन में सुस्ती है. प्रवास कार्यक्रम में आरसीपी सिंह का फोटो नहीं लगाने पर उन्होंने कहा कि किसी की तस्वीर लगाने का कोई मतलब नहीं था. पार्टी की ओर से या उनकी तरफ से कहीं भी पोस्टर नहीं लगाया गया था.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चार जिलों की यात्रा में पार्टी नेताओं का भरपूर सहयोग मिला. सभी जगह पार्टी का संगठन और कार्यकर्ता हैं, लेकिन उनमें सुस्ती है. कोरोना व अन्य वजहों से पार्टी नेताओं में सक्रियता की कमी दिखती है. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर लोगों ने स्थानीय अधिकारियों की शिकायत की है.
लोगों की शिकायतें दूर की जायेंगी
लोगों की शिकायतों को दूर करने की कोशिश की जायेगी. उपेंद्र कुशवाहा ने अधिकारियों की मनमानी पर कहा कि कोई ऐसा मैकेनिज्म बनाया जाये, जिससे ग्रामीण इलाकों में भी पार्टी नेताओं की भूमिका सुनिश्चित हो. इस संबंध में कार्यकर्ताओं ने कई तरह की राय दी है.
Posted by Ashish Jha